लोकसभा की सभी 543 सीटों के रुझान आ गए हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक इन रुझानों में बीजेपी 240, कांग्रेस 94 सीटों पर आगे चल रही है.रूझानों के मुताबिक उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है. उसे उत्तर प्रदेश में अबतक 33 सीटों पर बढ़त मिली हुई है. अगर इन रूझानों को ही परिणाम मान लिया जाए तो बीजेपी का जादू खत्म होता हुआ दिख रहा है. बीजेपी ने '400 पार' का जो नारा दिया था, वह साकार नहीं हो पाया. जनता ने उसे महत्व नहीं दिया, जितना बीजेपी को उम्मीद थी.
बीजेपी के लिए कितना बड़ा झटका हैं नतीजे
ये रूझान 400 पार का नारा देने वाली भाजपा के लिए ये नतीजे किसी झटके से कम नहीं हैं. आंकड़े फिर से नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के आसार जता रहे है. लेकिन लड़ाई कांटे की है. अगर यही रुझान नतीजों में तब्दील होते हैं तो फिर बीजेपी केंद्र में लगातार तीसरी बार सरकार बनाएगी. इससे नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे.लेकिन इससे पहले हमें अंतिम नतीजों का इंतजार करना चाहिए.
साल 2019 के चुनाव में बीजेपी को सबसे अधिक सीटें उत्तर प्रदेश से आई थीं. लेकिन पांच साल बाद उत्तर प्रदेश में बीजेपी को तगड़ा झटका दिया है. यूपी में बीजेपी पर सपा-कांग्रेस ने बढ़त बना ली है.बीजेपी 2019 के तुलना में करीब आधे पर आ गई है.
बहुमत से कितना दूर है बीजेपी
रूझान बताते हैं कि बीजेपी अकेले दम पर बहुमत का आंकड़ा शायद न छू पाए. सरकार बनाने के लिए उसे जदयू, एलजेपी और टीडीपी जैसी सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ेगा. हालांकि सरकार बनाने की संभावनाएं कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने तलाशनी शुरू कर दी हैं.
इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगियों ने बहुत तगड़ा प्रचार अभियान चलाया. इस दौरान 'मोदी की गारंटी' का नारा दिया गया.चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर तगड़ा हमला बोला. तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी के मछली खाने, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयानों को मुद्दा बनाया. इसके अलावा प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर दलितों-पिछड़ों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को दे देने का आरोप लगाया. वहीं विपक्ष कहा कि अगर केंद्र में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बन गई तो मोदी सरकार आरक्षण खत्म कर देगी और संविधान को खत्म कर देगी. विपक्ष ने चुनाव को संविधान बचाने का चुनाव बताया था. इसका असर उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र् के नतीजों में इस नैरेटिव का असर भी दिखता है.
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