मतदान करना हर भारतीय का अधिकार है. सरकार भी लोकतंत्र के इस महापर्व में लोगों से बढ़चढ़कर हिस्सा लेने की अपील करती है. इतना ही नहीं दूरदराज और दूरगामी इलाकों में मतदाताओं को उनके मताधिकार के प्रति और जागरूक करने के लिए तमाम तरह के अभियान भी चलाए जाते हैं. और इन तमाम कोशिशों के पीछे की सबसे बड़ी वजह होती है मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाना, ताकि वो अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें. खास बात ये है कि अगर ये लोग दूरगामी इलाकों में रहने के बाद भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर पाते हैं तो इसका श्रेय पोलिंग एजेंट्स और सुरक्षा कर्मियों को जाता है.
ये पोलिंग स्टॉफ दूरगामी इलाकों तक पहुंचने के लिए पहाड़ चढ़ने से लेकर उभनती नदी को झूलते ब्रिज की मदद से पार करने तक का जोखिम उठाते हैं. बीते दिनों एक ऐसा ही मामला अरुणाचल प्रदेश से सामने आया है. जहां एक सुदूर इलाकों में मतदान कराने के लिए पोलिंग एजेंट और सुरक्षा कर्मियों को उफनती तक का पार करना पड़ा है.
अब इन सुरक्षा कर्मियों और पोलिंग एजेंट्स का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में पोलिंग एजेंट्स दुर्गम इलाके तक पहुंचने के लिए पहाड़ चढ़ते और नदी को पार करते दिख रह हैं.
अरुणाचल प्रदेश के एक अधिकारी ने इस वीडियो को लेकर कहा कि ये वीडियो पहले चरण के तहत एक गांव में मतदान कराने जा रहे ये कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों का है. ये लोग जिस गांव में मतदान कराने के लिए जा रहे थे वह LAC के बेहद करीब है. उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों के इस जज्बे की वजह से ही इस गांव में कुल 85 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. जिस दिन यहां पर मतदान था उस दिन यहां बहुत तेज बारिश हो रही थी. बावजूद इसके लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं रहे.