भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा चुनावों के लिए 27 सदस्यीय घोषणा पत्र समिति गठित की है और पार्टी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को इसका अध्यक्ष बनाया है. सूत्रों के अनुसार बीजेपी के घोषणा पत्र के दो बड़े थीम होंगे. बीजेपी का घोषणा पत्र मोदी की गारंटी और विकसित भारत 2047 संकल्प की थीम पर होगा. साथ ही इसमें पिछले दस साल में पूरे किए गए वादों का जिक्र भी होगा. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के खात्मे को बड़ी उपलब्धियों के तौर पर बताया जाएगा.
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए भी बीजेपी की घोषणा पत्र समिति के प्रमुख थे. उस समिति के कई सदस्यों को मौजूदा समिति में फिर से जगह दी गई है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को संयोजक तथा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को सह-संयोजक हैं.
बीजेपी अपने घोषणा पत्र को ‘संकल्प पत्र' कहती है. सूत्रों के मुताबिक, इस बार का घोषणा पत्र गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान से पहले पार्टी अपना घोषणा पत्र जारी कर सकती है.
कई दशकों में यह पहली बार है कि बीजेपी के कुछ प्रमुख वैचारिक वादों का अपने चुनावी घोषणा पत्र में उल्लेख नहीं होगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा अपने दूसरे कार्यकाल में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और राम मंदिर के निर्माण के साथ दो प्रमुख वैचारिक वादे पूरे किए जा चुके हैं. कुछ राज्यों में बीजेपी की सरकारें समान नागरिक संहिता को लागू करने के लिए भी काम कर रही हैं.
प्रधानमंत्री मोदी अक्सर इस बात पर जोर देते रहे हैं कि उनके तीसरे कार्यकाल में बड़े फैसले लिये जाएंगे. ऐसे में घोषणा पत्र को लेकर चर्चा जोर पकड़ रही है. लोकसभा चुनाव, सात चरणों में, 19 अप्रैल से एक जून के बीच होने हैं.
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