कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफे के बीच कर्नाटक में लॉकडाउन 24 मई तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. राज्य में इस बार लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अधिक सख्ती बरतने का फैसला लिया गया है और इसके लिए नियम कड़े किए गए हैं. बीएस येदियुरप्पा सरकार की ओर से कहा गया है कि 10 मई के सुबह छह बजे से 25 मई के सुबह छह बजे तक लॉकडाउन रहेगा.कर्नाटक में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के 49,058 नए मामले सामने आए हैं और इसके साथ ही अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 17,90,104 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 328 मरीजों की मौत के बाद प्रदेश में इस संक्रमण के चलते जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 17,212 हो गई. बेंगलुरु शहरी क्षेत्र में ही संक्रमण के 23,706 नए मामले सामने आए जबकि 139 मरीजों ने दम तोड़ दिया.
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स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, कर्नाटक में इस समय कोरोना के 5,17,075 एक्टिव केस हैं. राज्य में बीते 24 घंटे में 18,943 लोग ठीक हुए और अब तक 12,55,797 मरीज ठीक हो चुके हैं. राज्य में बृहस्पतिवार 1,64,441 नमूनों की जांच की गई. अब तक 2.65 करोड़ नमूनों की जांच हो चुकी है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने आज कुछ समय पहले ही कहा था कि अगर लोग सहयोग नहीं करेंगे तो कोविड-19 के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाना अनिवार्य हो जाएगा. उन्होंने कोरोना वायरस के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ने पर चिंता जताते हुए कहा था, “लोग सही तरीके से जनता कर्फ्यू का पालन नहीं कर रहे हैं.वे हमारी चेतावनियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.इसलिए, लॉकडाउन लगाना जरूरी हो सकता है.
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मुख्यमंत्री ने कहा था, “अगर लोग चाहते हैं कि सख्त कदम न उठाएं जाएं तो उन्हें मास्क पहनकर और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सहयोग करना होगा.”ऑक्सीजन संकट के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह ईमानदारी से मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं. अस्पताल में बिस्तर दिलाने के अनुरोध के साथ कोविड मरीजों और उनके रिश्तेदारों का मुख्यमंत्री आवास और विधान सौध आने से जुड़े सवाल पर येदियुरप्पा ने कहा कि यह अनुचित है और लोगों को यह रोकना होगा.
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