दिल्ली के भलस्वा डंप यार्ड लैंडफिल में भीषण आग लगने के बाद यहां के लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है. इस इलाके में रहने वाले लोग सांस लेने में तकलीफ की शिकायत कर रहे हैं. भलस्वा डंप यार्ड आसमान में धुएं के घने गुबार भेज रहा है जिससे पास के इलाकों की हवा और प्रदूषित हो रही है. डंप यार्ड के पास रहने वाले एक स्थानीय उदयवीर ने एएनआई से बात करते हुए कहा, "हम सांस लेने और ठीक से देखने में भी सक्षम नहीं हैं. सरकार को इस स्थिति पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए."
एक अन्य स्थानीय, रामभवन ने भी आंखों की खराब दृश्यता के बारे में बात की और कहा, "हम ठीक से देख नहीं पा रहे हैं. सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. हालांकि, हजारों लोगों की आजीविका इसी पर निर्भर है."उत्तरी दिल्ली के भलस्वा लैंडफिल में मंगलवार को भीषण आग लग गई. दिल्ली दमकल सेवा के अधिकारियों के मुताबिक, शाम करीब पांच बजे धुंआ निकलने की सूचना मिली जो बाद में भीषण आग में फैल गई.
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दिल्ली अग्निशमन सेवा के सहायक मंडल अधिकारी सीएल मीणा ने बताया, "हमें शाम लगभग 5.47 बजे एक कॉल आया. शुरू में, केवल धुआं था लेकिन बाद में हवा की आग के कारण भड़क उठी. 12 दमकल गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं. हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आग रिहायशी इलाकों में न फैले." अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी दिल्ली में भलस्वा भराव क्षेत्र में लगी आग बुझाने के प्रयास 15 घंटों से भी अधिक समय से जारी हैं
उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर पांच अग्निशमन गाड़ियां तैनात हैं. भराव क्षेत्र में आग मंगलवार को लगी थी। दमकल विभाग को शाम करीब पांच बजकर 47 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद दमकल की गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया. पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर भराव क्षेत्र में इस साल आग लगने की तीन घटनाएं सामने आयी, जिसमें से एक घटना 28 मार्च की है जब 50 घंटे से अधिक की मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया था.
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