Chirag Paswan at Pashupati residence: लोक जनशक्ति पार्टी के भीतरी कलह सबके सामने आने के बाद बिहार की राजनीति में सियासी चहलदमी का दौर तेज हो गया है. लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) पार्टी के सांसद और चाचा पशुपति कुमार पारस के दिल्ली स्थित आवास पर उनसे मिलने पहुंचे थे लेकिन बिना मिले ही उन्हें वहां से निकलना पड़ा. करीब पौने दो घंटे इंतजार के बाद भी पशुपति पारस ने मुलाकात नहीं की. इससे पहले जब चिराग अपने चाचा के घर मुलाकात के लिए पहुंचे थे तो काफी देर इंतजार के बाद ही गेट खुला था. गाड़ी के अंदर दाखिल होने के बाद भी चिराग पासवान गाड़ी में बैठे रहे थे.
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चिराग के साथ एलजेपी नेता राजू तिवारी भी नजर आए. इस मुलाकात से कुछ ही मिनटों पहले पशुपति कुमार पारस ने प्रेस कांफ्रेंस कर अपने फैसलों को पार्टी हित में बताया था, साथ ही उन्होंने अपील की थी कि चिराग कहीं न जाएं, वह पार्टी में ही बने रहें.
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बताते चलें कि लोकजनशक्ति पार्टी के अंदर की नाराजगी उस वक्त बाहर आई जब पार्टी के 6 में 5 सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें एलजेपी से अलग दल की मान्यता दी जाए. माना जा रहा है कि ये पांचों जेडीयू के संपर्क में हैं. बिहार विधानसभा चुनाव के समय से ही ये सभी सांसद असंतुष्ट थे. सांसद चिराग पासवान के कामकाज के तरीके से आहत थे. अपनी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पशुपति पारस ने नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक अच्छा नेता करार दिया. साथ ही एनडीए के साथ गठबंधन की वकालत भी की.
पार्टी तोड़ी नहीं बचाई : LJP में फूट पर पशुपति पारस