'राजनीतिक द्वेष में बार-बार रद्द कराए जा रहे टेंडर', CM नीतीश को चिट्ठी लिख चिराग ने लगाए आरोप

पिछले साल हुए बिहार विधान सभा चुनाव में चिराग की वजह से ही नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को कम सीटें मिली थीं और कई सीटों पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा था. चिराग पासवान ने 100 से अधिक सीटों पर जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे. इनमें कई बीजेपी के भी बागी नेता कैंडिडेट थे.

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चिराग पासवान ने पत्र में लिखा है कि राजनीतिक द्वेष व भ्रष्टाचार के कारण जमुई मेडिकल कॉलेज  एवं हास्पिटल के टेंडर प्रक्रिया को दो बार कैंसिल किया गया है.
नई दिल्ली:

लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने राजनीतिक द्वेष के तहत विकास कार्य को रोकने का आरोप लगाया है.  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लिखी चिट्ठी में पासवान ने कहा है कि उन्होंने बड़ी मेहनत कर अपने संसदीय क्षेत्र जमुई में एक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की स्वीकृति केंद्र सरकार से ली है लेकिन अभी तक उसकी बिल्डिंग निर्माण का टेंडर नहीं हो सका है और बार-बार बिना कार उसे रद्द किया जा रहा है.

पासवान ने पत्र में लिखा है, राजनीतिक द्वेष व भ्रष्टाचार के कारण जमुई मेडिकल कॉलेज  एवं हास्पिटल के टेंडर प्रक्रिया को दो बार कैंसिल किया गया है. जमुई जिला अन्तर्गत खैरा प्रखण्ड के बेला में अथक प्रयास के बाद केन्द्र सरकार से मेडिकल कॉलेज व हास्पिटल पास हुआ था लेकिन मेडिकल कॉलेज का निर्माण करवाने वाली एजेन्सी बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMSICAL) के द्वारा दो बार टेंडर निकालने के बाद भी उक्त टेंडरों को रद्द कर दिया गया है. 

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वहीं दूसरी तरफ बिहार में स्वीकृत अन्य मेडिकल कालेज जो जमुई मेडिकल कॉलेज के साथ स्वीकृत हुए थे उनमें कार्य प्रगति पर है. चिराग ने लिखा है, "मेरी समझ से परे है कि क्यों बार-बार टेंडर करवाया जाता है और प्रक्रिया पूरी होने के बाद रद्द कर दिया जाता है? कई बार टेंडर रद्द होने के पीछे भ्रष्टाचार के साथ-साथ राजनीतिक दे्ष की भावना नजर आती है. जमुई की जनता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह कर लाया था मेडिकल कॉलेज."

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बता दें कि पिछले साल हुए बिहार विधान सभा चुनाव में चिराग की वजह से ही नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को कम सीटें मिली थीं और कई सीटों पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा था. चिराग पासवान ने 100 से अधिक सीटों पर जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे. इनमें कई बीजेपी के भी बागी नेता कैंडिडेट थे.

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