उत्तर पश्चिमी भारत को प्रभावित करने वाले एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के कारण आज और शुक्रवार को राजधानी में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की भविष्यवाणी की गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि पंजाब से लेकर हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार तक घने से बहुत घने कोहरे की परत छाई रही.
फिर से शीतलहर चलने का अनुमान
आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में बृहस्पतिवार को आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने के आसार हैं. हालांकि, शहर में न्यूनतम तापमान बढ़कर नौ डिग्री सेल्सियस पर पहुंच सकता है. विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने और बर्फ से ढके पहाड़ों से आने वाली ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण आगामी दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में फिर से शीतलहर चलने का अनुमान है.
भीषण शीतलहर देखी गई
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में पांच जनवरी से नौ जनवरी तक भीषण शीतलहर देखी गई, जो एक दशक में महीने में दूसरी सबसे लंबी अवधि है. आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस महीने अब तक 50 घंटे से अधिक घना कोहरा दर्ज किया गया है, जो 2019 के बाद सबसे अधिक है.
बर्फबारी के साथ बारिश
मौसम विभाग ने शिमला की मध्य और ऊंची पहाड़ियों में ताजा हिमपात की भविष्यवाणी की है. स्थानीय मौसम कार्यालय ने शिमला शहर में हिमपात की भविष्यवाणी के अलावा, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को मध्य और ऊंची पहाड़ियों में हल्की से मध्यम हिमपात और निचली पहाड़ियों में बारिश का अनुमान लगाया है.
जोशीमठ के लोगों को टेंशन
उधर, उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में बुधवार को मौसम का मिजाज बिगड़ने से कड़ाके की ठंड ने पीड़ितों की चिंता और बढ़ा दी. मौसम विभाग ने भी अगले कुछ घंटों में चमोली समेत अन्य हिस्सों में बारिश की संभावना जताई है. अगर मौसम का मिजाज और बिगड़ा तो ठंड और बारिश के साथ इस आपदाग्रस्त इलाके में रह रहे लोगों की मुश्किलें और बढ़ेंगी.
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