प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'परिवारवादी पार्टियों' पर हमला करते हुए सोमवार को कहा कि उनके अलग-अलग चेहरे हो सकते हैं, लेकिन 'झूठ और लूट' का उनका चरित्र समान है. यहां एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनका जीवन एक खुली किताब की तरह है और उन्होंने खुद को जन कल्याण के लिए एक 'सेवक' के रूप में समर्पित कर दिया है.
उन्होंने आरोप लगाया, "परिवारवादी दलों का चेहरा अलग हो सकता है लेकिन उनका चरित्र एक ही है ...झूठ और लूट." मोदी ने आगे कहा कि टीआरएस (तेलंगाना राष्ट्र समिति), बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) बन गई, लेकिन इससे तेलंगाना के लिए कुछ भी नहीं बदला. उन्होंने दावा किया कि अब कांग्रेस इस क्षेत्रीय दल की जगह पर सत्ता में आई है लेकिन 'कुछ नहीं होने वाला' है.
उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस ने अपने कार्यकाल के दौरान कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना जैसे घोटाले किए. उन्होंने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर इस संबंध में कार्रवाई करने के बजाय फाइलों पर बैठे रहने का आरोप लगाया. पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव द्वारा स्थापित टीआरएस का नाम बदलकर बीआरएस कर दिया गया था.
रैली में प्रधानमंत्री ने देश में पिछले 15 दिनों में किए गए कई विकास कार्यों का उल्लेख किया और कहा कि यह 'आत्मनिर्भर भारत' को और मजबूत कर 'विकसित भारत' बनाएगा. प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि 'विकसित भारत' के लिए कार्य योजना के बारे में रविवार को नयी दिल्ली में उन्होंने अपने सभी मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की थी.
मोदी ने आदिवासियों के कल्याण पर अपनी पार्टी का विशेष ध्यान होने का उल्लेख किया और कहा कि उनकी सरकार इस समुदाय को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. उन्होंने कहा, "मेरा जीवन एक खुली किताब की तरह है. देश के लोग इसके बारे में जानते हैं. बचपन में जब मैंने घर छोड़ा था तो एक सपना लेकर निकला था कि देशवासियों के लिए जीऊंगा." उन्होंने कहा, "इस देश के 140 करोड़ लोग मेरा परिवार हैं. मेरा भारत मेरा परिवार."
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