अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने आज अपनी भारत यात्रा के दौरान कहा कि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों को लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करने के लिए और अधिक प्रयास करने चाहिए. ब्लिंकन ने कहा, "साझा मूल्य - स्वतंत्रता और समानता - महत्वपूर्ण हैं और हम में से किसी ने भी पर्याप्त नहीं किया है. हमें अपने लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करने की आवश्यकता है. यह रणनीतिक और आर्थिक संबंधों से परे हमारे संबंधों के मूल में है."
ब्लिंकन ने कहा, "अमेरिकी जिन तत्वों की सबसे अधिक प्रशंसा करते हैं उनमें से एक मौलिक स्वतंत्रता और मानवाधिकार है. इसी तरह हम भारत को परिभाषित करते हैं. भारत का लोकतंत्र स्वतंत्र सोच वाले नागरिकों द्वारा संचालित है."
ब्लिंकन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने से पहले नागरिक समाज समूहों से कहा कि अमेरिका और भारत "साझा मूल्यों से जुड़े हुए हैं" जैसे कि कानून-शासन और धर्म की स्वतंत्रता.
ब्लिंकन के साथ बातचीत में, भारतीय अधिकारियों से अफगानिस्तान में तालिबान के लाभ पर चिंता व्यक्त करने की उम्मीद है. भारत चिंतित है कि पाकिस्तान समर्थित तालिबान द्वारा अफगानिस्तान का संभावित अधिग्रहण आतंकवाद को बढ़ावा दे सकता है.
1996 से 2001 तक अफगानिस्तान पर शासन करने के दौरान तालिबान ने भारत विरोधी आतंकवादियों का समर्थन किया था. इस दौरान ही भारतीय विमान को 1999 में तालिबान के गढ़ कंधार में अपहरण कर ले जाया गया था.