देश की राजधानी दिल्ली में चाइनीज मांझे (chinese manjha) से न सिर्फ इंसान, बल्कि बेजुबान पक्षियों (Birds) की भी जान जा रही है. इंसानों के साथ-साथ बेजुबानों को भी यह मांझा घायल कर रहा है. दिल्ली (Delhi) में स्वतंत्रता दिवस पर की जाने वाली पतंगबाजी से 250 से अधिक पक्षी घायल हुए हैं. इन सभी पक्षियों को उपचार के लिए चांदनी चौक स्थित चैरिटी बर्ड्स अस्पताल लाया गया है. घायल पक्षियों में राष्ट्रीय पक्षी मोर भी शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार खबर है कि दिल्ली में 15 दिन के भीतर 277 पक्षियों की चाइनीज मांझे से कटने के बाद जान बचाई गई है. 9 अगस्त से 15 अगस्त के बीच 167 पक्षियों को बचाने की कॉल आई.
चाइनीज मांझे से 20 दिन में 4 लोगों की हुई मौत
25 जुलाई को हैदरपुर फ्लाईओवर पर 30 साल के सुमित रंगा की मांझे से गला कटने से मौत हो गई. 11 अगस्त को शास्त्री पार्क फ्लाईओवर पर 35 साल के बाइक सवार युवक की मौत हो गई. 14 अगस्त को मानसरोवर पार्क इलाके में रविवार को मांझे से स्कूटी सवार अभिषेक नाम के टेंट कारोबारी की गला कट जाने से मौत हो गई. वहीं बदरपुर फ्लाईओवर पर 28 साल के फूड डिलीवरी बॉय का गला मांझे ने रेत दिया.
2017 से लगी है रोक, फिर भी बाजार में बिक रहा है
राजधानी दिल्ली में 10 जनवरी 2017 से चाइनीज मांझे के इस्तेमाल और बिक्री पर रोक लगी है. इसके बाद भी हर साल 15 अगस्त आते ही पतंगबाजी का शौक रखने वाले लोग इसका इस्तेमाल करते हैं, जिसके चलते हजारों पशु-पक्षी आसमान में इसमें फंसकर अपनी जान गवां देते हैं. वहीं सड़कों पर चलने वाले लोगों के लिए भी यह जानलेवा साबित होता है.
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