- मुंबई के दाऊद, छोटा राजन और गवली गैंग के दौर के बाद अब पंजाब और हरियाणा में गैंगस्टर सक्रिय हैं.
- भारत सरकार विदेशों में छिपे मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों को पकड़कर प्रत्यर्पण कर भारत लाने का ऑपरेशन चला रही है.
- वेंकटेश गर्ग और भानु राणा जैसे अपराधियों को जॉर्जिया और अमेरिका से हिरासत में लेकर भारत भेजा जाएगा.
दाऊद, छोटा राजन, गवली के गैंग का जमाना चला गया. साथ ही मुंबई का क्राइम नेटवर्क भी लगभग समाप्त हो गया. अब पंजाब और हरियाणा में गैंग्स की भरमार है. ये इंटरनेशनल होते जा रहे हैं. लॉरेंस, टिल्लू, हाशिम बाबा, नन्दू, बमबीहा और गोदारा जैसे गैंग अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक में अपनी जड़ें जमा चुके हैं. स्थिति ये है कि भारत से भागे इन बदमाशों ने वहां अच्छा खासा नेटवर्क बना लिया है और वहां से ही भर्तियां कर रहे हैं. मगर इनके निशाने पर दिल्ली-एसीआर और पंजाब-हरियाणा ही रहता है. ये डॉक्टर, कारोबारी, फिल्मी हस्तियों, नेताओं और उद्यमियों को सॉफ्ट टारगेट बनाते हैं. फायरिंग कर दहशत फैलाते हैं और फिर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर खुद जिम्मेदारी भी लेते हैं.
भारत सरकार क्या कर रही
अब भारत सरकार एक ऑपरेशन चला रही है, जिनमें इन भगोड़े अपराधियों को विदेश से पकड़कर भारत लाया जा रहा है और उन्हें जेल में डाला जा रहा है. इसी कड़ी में दो मोस्ट वांटेड गैंगस्टर वेंकटेश गर्ग और भानु राणा को जॉर्जिया और अमेरिका में हिरासत में लिया गया है. दोनों को जल्द भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. वेंकटेश गर्ग को जॉर्जिया से प्रत्यर्पित किया जा रहा है, जबकि भानु राणा को अमेरिका से डिपोर्ट किया जाएगा.
कौन-कौन से गैंग विदेश में चल रहे
- हैरी बॉक्सर- अमेरिका में एक्टिव. लॉरेस गैंग का खासमखास
- वेंकट गर्ग- जॉर्जिया में एक्टिव. नन्दू गैंग से जुड़ा
- हिमांशु भाऊ- पुर्तगाल में खुद का गैंग और बमबीहा गैंग को सपोर्ट
- साहिल कादयान पुर्तगाल में एक्टिव. हिमाशु भाऊ गैंग का करीबी
- बाबी कादयान USA में एक्टिव. बमबीहा गैंग का करीबी
- वीरेन्द्र चारण पुर्तगाल में एक्टिव. रोहित गोदारा गैंग से जुड़ा
- अनमोल बिश्नोई अमेरिका में एक्टिव. लॉरेस का भाई और गैंग का उत्तराधिकारी
- गोल्डी बराड़- खुद का गैंग. रोहित गोदारा के साथ. कनाडा और USA में एक्टिव
- गोल्डी ढिल्लो - कनाडा में एक्टिव. लॉरेस गैंग का करीबी
- नीरज फरीदपुरियां - पुर्तगाल में एक्टिव. बमबीहा गैंग से जुड़ा
- रोहित गोदारा - कनाडा और अमेरिका में एक्टिव. खुद का गैंग. गोल्डी बराड़ से संबंध.
- कपिल सागवान उर्फ नन्दू इंग्लैंड में एक्टिव. खुद का नन्दू गैंग
- राशिद केबलवाला टर्की में एक्टिव. लॉरेस हाशिम बाबा गैंग
- सचिन गोलू हाशिम बाबा गैंग. थाईलैंड में एक्टिव.
- साहिल हरसोली UEA में एक्टिव. नन्दू गैंग से जुड़ाव
- दिनेश गांधी और सौरभ गाडोली- दोनो पुर्तगाल में हैं. बम्बिहा गैंग से जुड़े
- संजीव दहिया UAE में एक्टिव. गोगी गैंग से जुड़ा
- दीपक पकासमा UK में एक्टिव. टिल्लू गैंग से जुड़ा
विदेश में क्यों भागे
इनमें से ज्यादातर बदमाश भारत में अपराध कर विदेश भाग गए. वहां के देश में वो कानून का पालन करते हैं और साथ ही उन देशों की सख्त प्रत्यर्पण नीति के कारण वहां से वापस लाना भारत के लिए मुश्किल होता. इन देशों में कैदियों को भी कई तरह की सुविधा मिलती है. ऐसे में भारत की जेल से अच्छा इन्हें विदेशी जेल ही लगता है. वहीं विदेश से काम करने पर लोग ज्यादा खौफ खाते हैं और उनके गैंग से जुड़ने वालों को भी लगता है कि आने वाले दिनों में वो भी विदेश जा सकेंगे.
पंजाब और हरियाणा में क्यों बढ़ा क्राइम
पंजाब और हरियाणा में पहले भी अपराध थे. मगर धीरे-धीरे इन क्षेत्रों में विकास से प्रॉपर्टी का बाजार बड़ा होता गया है. इसके साथ ही पंजाब फिल्म उद्योग और ड्रग्स के धंधे ने भी बदमाशों को खाद पानी देने का काम किया. कमाई बढ़ने के साथ इन अपराधियों ने गैंग बनाकर प्रॉपर्टी पर कब्जे से लेकर फिल्म निर्माण से लेकर ड्रग्स तक के धंधे से पैसा बनाना शुरू किया. धीरे-धीरे इसी होड़ में इन सभी के बीच गैंगवार होने वाले. सिद्धू मूसेवाला की हत्या ने तो इसकी पूरी कलई ही खोल दी.
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