- लाडली बहना योजना के तहत किस्त के साथ शगुन भी मिलेगा
- स्कीम के तहत 1250 रुपये किस्त औऱ 250 रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे
- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया ऐलान
मध्य प्रदेश में रक्षाबंधन पर लाडली बहनों को तोहफा मिलेगा. MP के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को ऐलान किया कि इस बार लाडली बहना की किस्त के साथ बहनों को शगुन भी दिया जाएगा. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि रक्षाबंधन पर लाडली बहना योजना के तहत इस बार शगुन के तौर पर उपहार भी लड़कियों को मिलेगा. उन्होंने लाडली बहना की 27वीं किस्त के साथ ये शगुन दिए जाने की घोषणा की. सात अगस्त को ये किस्त जारी की जाएगी. लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं और लड़कियों को 1250 रुपये की किस्त दी जाती है. मध्य प्रदेश में महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में ये योजना बेहद कामयाब साबित हुई है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि लाडली बहना योजना के तहत 1.27 करोड़ लाभार्थियों को 7 अगस्त को रक्षाबंधन के तोहफे के रूप में उनके बैंक खातों में 250 रुपये दिए जाएंगे. इस 250 रुपये की राशि को एक भाई की तरफ से बहनों को प्यार के रूप में उपहार है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राशि राज्य की प्रमुख योजना के तहत हर महीने मिलने वाली 1250 की राशि के अलावा है. हर महिला मेरी बहन है। यह गौरव और सम्मान है. बेस्ट लाइफस्टाइल कंपनी में रक्षा बंधन समारोह में उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में यहां 1500 महिलाएं कार्यरत हैं और यह संख्या जल्द ही 4000 तक जाएगी. कंपनी को एक नया स्थल आवंटित किया गया है जिसमें उनके लिए आवासीय सुविधाएं भी होंगी. कंपनी ‘प्रतिभा सिंटेक्स' में 7,000 महिलाएं कार्यरत हैं. इनमें से सभी कुशल श्रमिक हैं जो उच्च गुणवत्ता वाले कपड़ों का उत्पादन करते हैं. इन्हें अमेरिका निर्यात किया जाता है.फर्म ने 11 लाख इकाइयों का निर्यात किया और जल्द ही 20 लाख इकाइयों तक पहुंचने का लक्ष्य है.
यादव ने कहा उज्जैन में कपड़ा मिलों में रोजगार 5,000 से बढ़कर अब 20,000 हो गया है. उज्जैन में उद्योग धंधे लग रहे हैं. मध्य प्रदेश में निवेशक रुचि दिखा रहे हैं. इससे नौकरियां पैदा हो रही हैं, जो हमारे राज्य के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गर्व की बात है.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने10 जून 2023 को जबलपुर से लाडली बहना योजना शुरू की थी. इसे 2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की शानदार जीत के प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है.महिलाओं के लिए 27147 करोड़ रुपये के विशेष बजट में से 18699 करोड़ रुपये लाडली बहना योजना के लिए है