कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान हुए हादसे के बाद प्रशासन ने शुक्रवार को संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के प्रभारी का तबादला कर फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया.कुशीनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुरेश पटारिया ने शुक्रवार को संबंधित स्वास्थ्य केंद्र में अनुबंध के आधार पर कार्यरत दो एंबुलेंस चालकों की सेवा समाप्त कर दी. कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव के स्कूल टोला में बुधवार की रात एक पुराने कुएं में गिरने से 13 महिलाओं और लड़कियों की मौत हो गई थी और बृहस्पतिवार की सुबह ग्रामीणों ने एंबुलेंस आने में देरी के विरोध में राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था.
सीएमओ ने बताया कि करीब 10 लोगों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है लेकिन वे खतरे से बाहर हैं। हादसे के बाद एसडीएम पडरौना व्यास उमराव ने जांच शुरू कर डीएम कुशीनगर को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी. सीएमओ ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार दो एंबुलेंस चालक शराब के नशे में थे और डीएम के निर्देश पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गयी है.
नेबुआ नौरंगिया, सीएचसी से जुड़े दो एम्बुलेंस चालक ड्यूटी के घंटों के दौरान शराब के नशे में पाए गए, इसलिए उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। सीएमओ ने कहा कि फार्मासिस्ट धर्मेंद्र गुप्ता सीएचसी में मौजूद नहीं थे और ड्यूटी के दौरान बिना किसी सूचना के बाहर चले गए थे, इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि सीएचसी प्रभारी स्थिति को अच्छी तरह से नियंत्रित करने में सक्षम नहीं थे, इसलिए उनका तबादला कर दिया गया है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि जिस पुराने कुएं में दुर्घटना हुई और 13 महिलाओं और लड़कियों की मौत हुई, उसे प्रशासन ने मिट्टी से भर दिया है और निगरानी की जा रही है.