आज से 22 साल पहले मध्य प्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) राज्य के दक्षिण क्षेत्र में मौजूद है सुकमा जिला, जहां बसा है कोंटा विधानसभा क्षेत्र, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 164765 मतदाता थे, और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार कवासी लखमा को 31933 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि बीजेपी उम्मीदवार धनीराम बारसे को 25224 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 6709 वोटों से चुनाव हार गए थे.
इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में कोंटा विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कवासी लखमा ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 27610 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार धनीराम बारसे को 21824 वोट मिल पाए थे, और वह 5786 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.
इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में कोंटा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार कवासी लखमा को कुल 21630 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी पदम नंदा दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 21438 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 192 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.