कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर्स का जारी प्रदर्शन अब तक नहीं थमा है. पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए बैठे पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टर पिछले 9 दिन से अनिश्चितकाली भूख हड़ताल कर रहे हैं. अब हड़ताल पर बैठे तीन डॉक्टरों की तबीयत बिगड़ने के बाद आईसीयू में भर्ती कराया गया है.
कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर की हत्या के बाद से डॉक्टर्स में गुस्सा हैं. और अब यह गुस्सा लगातार दिन- प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. ऐसे में अपनी मांगों को पूरा होता नहीं देख अब डॉक्टर्स भी आर- पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं. पश्चिम बंगाल की जूनियर डॉक्टर की भूख हड़ताल की समर्थन में अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन यानी FAIMA ने भी ममता बनर्जी सरकार को कड़ी चेतावनी दी है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जूनियर डॉक्टर्स ने देश भर में 15 अक्टूबर को सुबह 6:00 से शाम 6:00 तक उपवास का ऐलान किया है. इसके अलावा अलग-अलग जगह पर अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन का भी ऐलान किया गया है.
FAIMA के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुवर्णकर दत्त ने कहा कि हमने कल 14 अक्टूबर को सारे रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन और मेडिकल एसोसिएशन को इलेक्टिव सर्विसेज और ओपीडी को बंद करने का ऐलान किया है.
निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स ने आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाते हुए पश्चिम बंगाल में 14 अक्टूबर से 48 घंटे के लिए 'आंशिक रूप से काम बंद' करने का आह्वान किया है. डॉक्टर्स का कहना है कि अगर डिमांड्स पूरी नहीं की गई तो आगे और कड़ी कदम उठाए जा सकते हैं.
क्या है पूरा मामला?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त की सुबह 31 साल के ट्रेनी डॉक्टर की अर्धनग्न लाश मिली थी. रेप के बाद उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी. अटॉप्सी रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई. इस मामले में सिविक वॉलन्टियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले के 3 दिन बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल संदीप घोष ने इस्तीफा दे दिया. उसी दिन उन्हें दूसरे कॉलेज में अपॉइंट कर दिया गया. इसके बाद देशभर के डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी. मामला कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचा. हाईकोर्ट ने मामले की CBI जांच के आदेश दिए. 16 अगस्त को CBI ने संदीप घोष को अरेस्ट किया.