- मेडिकल जांच में पीड़िता की गर्दन और छाती पर खरोंच के निशान मिले हैं.
- पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें एक सुरक्षा गार्ड भी शामिल है.
- पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसे कमरे में बंद कर बलात्कार का प्रयास किया गया.
- भाजपा ने टीएमसी पर मुख्य आरोपी को बचाने का आरोप लगाया है.
25 जून को कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में कथित तौर पर बलात्कार की शिकार हुई 24 वर्षीय लॉ छात्रा की मेडिकल जांच में शारीरिक हमले के कई निशानों की पुष्टि हुई है. NDTV ने मेडिकल रिपोर्ट देखी है, जिसमें पीड़िता की गर्दन और छाती पर खरोंच के निशान बताए गए हैं. हालांकि, कोई बाहरी जननांग या ओरल चोट नहीं देखी गई, लेकिन डॉक्टरों ने फोरेंसिक पुष्टि होने तक यौन उत्पीड़न की संभावना से इनकार नहीं किया है. यह जांच 26 जून को रात 10 बजे कोलकाता के नेशनल मेडिकल कॉलेज में की गई. इस प्रक्रिया के दौरान तीन स्वाब एकत्र किए गए और फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए. चिकित्सा प्रक्रिया के हिस्से के रूप में किए गए यूरीन प्रेग्नेंसी टेस्ट में निगेटिव रिजल्ट मिले.
अब तक कितनी गिरफ्तारियां
कोलकाता पुलिस ने शनिवार को पुष्टि की है कि मामले के सिलसिले में एक चौथे व्यक्ति, साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में तैनात एक सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार, पूछताछ के दौरान गार्ड बार-बार जवाब बदल रहा था. सीसीटीवी फुटेज में घटना के समय उसे परिसर में देखा गया है. इस गिरफ्तारी के साथ ही हिरासत में लिए गए लोगों की कुल संख्या चार हो गई है. गार्ड, कॉलेज का एक पूर्व छात्र और तृणमूल कांग्रेस से जुड़ा मनोजीत मिश्रा और दो मौजूदा छात्र. अपराध में सीधे तौर पर शामिल होने के आरोपी तीनों लोग अब पुलिस की हिरासत में हैं.
बताया जा रहा है कि यह घटना गार्ड के कमरे में हुई, जब उसे आरोपी ने जबरन कमरा खाली करने के लिए मजबूर किया. पुलिस ने जांच के तहत कमरे और उसके बगल में स्थित छात्र संघ कार्यालय को सील कर दिया है.
पीड़िता लॉ स्टूडेंट की शिकायत
- पुलिस को दिए गए अपने बयान में पीड़िता ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की छात्र शाखा तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) की बैठक के तुरंत बाद उसे निशाना बनाया गया. उसके अनुसार, लगभग 7:30 बजे शाम को तीन व्यक्तियों ने उसे घेर लिया.
- उसने बताया कि दो लोगों ने उसे तीसरे के साथ एक कमरे में बंद कर दिया. उसने उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास किया. उसने आरोप लगाया कि विनती करने और विरोध करने के बावजूद, उसने जबरन उसके कपड़े उतारे और उसके साथ बलात्कार किया, जबकि अन्य लोग पहरा दे रहे थे. उसने धमकी दी कि अगर उसने इस बारे में बताया तो उसके प्रेमी और परिवार को नुकसान पहुंचाएगा.
- पीड़िता ने पुलिस को बताया, "मैं कहती रही, 'मैं यह नहीं कर सकती. मेरा एक बॉयफ्रेंड है, मैं उससे प्यार करती हूं, लेकिन वह मेरी बात नहीं सुन रहा था. मैंने उसके पैर छुए और उससे विनती की कि वह मुझे जाने दे."
- पीड़िता ने यह भी बताया कि इस घटना के दौरान उसे घबराहट का दौरा भी पड़ा, जिसके बाद आरोपियों ने उसके लिए इनहेलर लाकर दिया. उसने इनहेलर का इस्तेमाल किया और भागने की कोशिश की, लेकिन फिर से पकड़ी गई और उसे गार्ड के कमरे में ले जाया गया, जहां कथित तौर पर बलात्कार जारी रहा.
- उसकी शिकायत के अनुसार, मारपीट के दौरान उसके सिर पर हॉकी स्टिक से वार किया गया. उसने बताया कि आरोपी ने उसे रात करीब 10:50 बजे छोड़ दिया और फिर से चुप रहने की चेतावनी दी.
राजनीतिक विवाद
- यह घटना एक बड़े राजनीतिक विवाद में बदल गई है. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्तारूढ़ टीएमसी पर मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा को बचाने का आरोप लगाया है.
- सोशल मीडिया पर प्रसारित तस्वीरों में मिश्रा को लोकसभा सांसद और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी सहित वरिष्ठ टीएमसी नेताओं के साथ देखा जा सकता है, जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे भी हैं.
- टीएमसी ने स्वीकार किया है कि मिश्रा का पहले भी उसके छात्र विंग से जुड़ाव रहा है, लेकिन आरोपों के मद्देनजर उसने खुद को पार्टी से अलग कर लिया है.