- साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज सोमवार को फिर से खुलने जा रहा है
- एक छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद से कॉलेज 29 जून से बंद था.
- पुलिस की अनुमति मिलने के बाद कॉलेज प्रशासन ने कक्षाएं फिर से शुरू करने का निर्णय लिया
- अब तक इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें कॉलेज का सुरक्षा गार्ड भी शामिल है
कोलकाता स्थित ‘साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज' सोमवार को फिर से खुलने जा रहा है. कॉलेज के परिसर में एक छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के बाद से यह संस्थान 29 जून से बंद थी. कॉलेज प्रशासन ने 29 जून को एक अधिसूचना जारी कर सभी कक्षाएं अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा की थी. वहीं आज ये कॉलेज फिर से खोलने जा रहा है. कॉलेज के एक अधिकारी ने बताया कि कक्षाएं फिर से शुरू करने का निर्णय कोलकाता पुलिस से अनुमति मिलने के बाद लिया गया, जो घटना की जांच कर रही है.
बता दें कि कॉलेज के अधिकारियों ने अलीपुर अदालत से शुक्रवार को संस्थान को दोबारा खोलने के इच्छुक जारी की थी. कॉलेज का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ने था कहा कि अधिकारियों को पुलिस से एक ईमेल मिला है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें अकादमिक उद्देश्यों के लिए कॉलेज को फिर से खोलने पर कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा था कि पुलिस ने कॉलेज को बताया कि केवल संघ कक्ष (यूनियन रूम)और गार्ड कक्ष को बंद रखा जाएगा और कर्मचारियों की हाजिरी से संबंधित रजिस्टर जैसे दस्तावेजों को अपने कब्जे में रखना होगा.
कॉलेज ने अदालत को बताया था कि 200 से अधिक छात्रों को जल्द ही सेमेस्टर परीक्षाओं में शामिल होना है और उन्हें इसके लिए प्रपत्र भरने की जरूरत है. साथ ही कर्मचारियों के वेतन का भी भुगतान किया जाना है.
जानें इस मामले में अबतक क्या हुआ
- 25 जून को कोलकाता के लॉ कॉलेज में एक स्टूडेंट के साथ गैंगरेप किया गया था. इसमें तीन आरोपी शामिल थे, तीनों ही छात्र इसी कॉलेज के थे. इनमें इसमें एक आरोपी कॉलेज का पूर्व छात्र है.
- इस गैंगरेप केस में अभी तक कुल चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. कुछ समय पहले ही पुलिस ने कॉलेज के सिक्योरिटी गार्ड (55 वर्षीय पिनाकी बनर्जी) को गिरफ्तार किया था.
- आरोपी गार्ड घटना के समय वो कॉलेज में ड्यूटी पर मौजूद था.
- पीड़ित छात्रा ने शिकायत में सिक्योरिटी गार्ड का जिक्र किया था. छात्रा ने कस्बा थाने में दर्ज कराई शिकायत में आरोप लगाए कि गार्ड घटनास्थल पर मौजूद था लेकिन उसने कोई मदद नहीं की.
- इसके पहले मोनोजित मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
- अलीपुर अदालत ने एक जुलाई को तीन आरोपियों की पुलिस हिरासत आठ जुलाई तक बढ़ा दी थी.
- मुख्य आरोपी मोनोजित मिश्रा टीएमसी की छात्र इकाई का सदस्य बताया जाता है, जिसे लेकर बीजेपी टीएमसी पर हमलावर है.