- कोलकाता में लॉ छात्रा से गैंगरेप के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
- पीड़िता ने मुख्य आरोपी द्वारा शादी के प्रस्ताव को ठुकराने पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया.
- आरोपियों ने बलात्कार का वीडियो बनाकर पीड़िता को ब्लैकमेल करने की कोशिश की.
- मुख्य आरोपी तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद का पूर्व अध्यक्ष है, पार्टी ने संबंध से इनकार किया.
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक लॉ छात्रा से कॉलेज परिसर में गैंगरेप किए जाने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें अदालत में पेश करने के बाद चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस में दर्ज एफआईआर में पीड़िता ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने बताया कि जब उसने मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, तो उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया.
पीड़िता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि सामूहिक बलात्कार के दौरान उसका वीडियो भी बनाया गया. तीनों आरोपियों ने रेप की मोबाइल फुटेज अपने पास रख ली और धमकी दी कि अगर उसने घटना के बारे में किसी से बात की, तो वे इसे इंटरनेट पर डाल देंगे.
पुलिस ने अब तीनों आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए और उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है.
'मुझे पैनिक अटैक आया था'
लड़की ने यह भी कहा कि हमले के दौरान उसे पैनिक अटैक आया था और उसने इनहेलर के लिए भीख मांगी थी. उसने कहा, "मुझे पैनिक अटैक आया और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. मैंने मदद मांगी लेकिन उन्होंने मेरी मदद नहीं की. मैंने उनसे कहा कि मेरे लिए इनहेलर ले आओ. काफी मिन्नत के बाद उन्होंने लाकर दिया. मैंने थोड़ा बेहतर महसूस किया और फिर वहां से बाहर भागने की कोशिश की."
पीड़िता के अनुसार, लड़कों ने फिर उसे कसकर पकड़ लिया और मेन गेट बंद कर दिया. उसने कहा कि फिर उसे गार्ड के कमरे में ले जाया गया और गार्ड को बाहर निकाल दिया. उसने मेरे कपड़े उतारे और मेरा बलात्कार करना शुरू कर दिया. जब मैंने विरोध किया तो उसने मुझे वीडियो से ब्लैकमेल किया. इस दौरान मुझे धमकी भी दी गई. उसने परिवार और प्रेमी की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि वह किसी को भी उसके साथ हुई इस घटना के बारे में न बताए.
'सिर पर हॉकी स्टिक से वार किया गया'
पीड़िता ने यह भी दावा किया कि यौन उत्पीड़न के दौरान उसके सिर पर हॉकी स्टिक से हमला किया गया. एक मेरे साथ जबरदस्ती बलात्कार कर रहा था और दो वहां खड़े होकर सब कुछ देख रहे थे. उसने अपनी शिकायत में कहा कि रात 10.50 बजे, उन्होंने मुझे छोड़ा और किसी को भी नहीं बताने को लेकर धमकी दी. लेकिन आज मैंने अपना मन बना लिया, मुझे न्याय चाहिए. एक कानून की छात्रा होने के नाते, मैं अब पीड़ित हूं और मैं चाहती हूं कि न्याय जल्द से जल्द मिले.
साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुई इस वीभत्स घटना ने पिछले साल अगस्त में शहर के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ हुई बलात्कार और हत्या की घटना की भयावह यादें ताजा कर दीं.
सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध मुख्य आरोपी की तस्वीरों में उसे राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के कई नेताओं के साथ देखा जा सकता है. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने आरोपियों के साथ किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया है और आरोपियों के दोषी पाए जाने पर उन्हें 'कड़ी से कड़ी सजा' दिए जाने की वकालत की है.
पुलिस ने बताया कि कथित अपराध और उत्पीड़न की घटना 25 जून की शाम को कॉलेज के भूतल पर छात्र संघ कार्यालय के पास एक गार्ड के कमरे के अंदर हुई.