पूरा कच्ची कांवरिया पथ 'बोल बम का नारा है बाबा एक सहारा है' के नारों से गूंज रहा है. तो वहीं बाबा धाम जाने वाले अनोखे-अनोखे भक्त भी दिख रहे हैं, जिसमें कोलकाता से आए भक्त अपनी दो साल की बेटी को टोकड़ी (बहंगी) में बिठाकर कांधे पर कांवड़ की तरह बाबा नगरिया देवघर के लिए लेकर चले हैं. इस आस्था को देखने के लिए कांवरिया पथ पर लोगों की भारी भीड़ आ रही है.
सावन से पहले ही भक्तों में बाबा के लिए उत्साह
सावन अभी शुरू नहीं हुआ है, पर महादेव के भक्त बाबा की आस्था में लीन होकर विभिन्न भेष भूषा या अनोखे ढंग से कांवर को लेकर निकल पड़े है. ऐसा ही एक उदाहरण मुंगेर जिले में पड़ने वाले कच्ची कांवरिया पथ पर देखने को मिला. जहां कोलकाता से आए कांवरियों का एक जत्था दो साल की बच्ची को टोकरी नुमा बहंगी कांवड़ में बिठाकर बाबा के धाम में ले जा रहा है.
'109 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे हैं'
कांवरियों ने कांवड़ की तरह टोकरी को कांधे पर टांगा हुआ है. जब जानकारी ली गई तो पता चला कि आकाश राउत और उनकी पत्नी ज्योति राउत, जो कि कोलकाता के रहने वाले हैं, वो अपनी दो वर्षीय बेटी अनुष्का राउत को बहंगी में बिठाकर 109 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे हैं. वो अपने सहयोगियों के साथ बाबा नगरिया देवघर जा रहे हैं.
पिता की बेटी के लिए आस्था देख सभी ने किया नमन
बेटी के लिए पिता की ऐसी आस्था को देख लोग भी उन्हें श्रद्धा से नमन करते दिखे. पिता आकाश राउत ने बताया कि उन्होंने संकल्प लिया था कि उनकी अगर कोई संतान होगी चाहे लड़का हो या लड़की, वे उसे कांवड़ में बिठाकर कांधे पर लेकर बाबा धाम दर्शन के लिए ले जाएंगे. साथ ही बताया कि उन्होंने इस तरह का कांवड़ खुद और उनके दोस्तों ने मिलकर बनाया है. वे सावन की पहली सोमवारी को बाबा को जल अर्पित कर देगें.