दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान संसद सत्र के दौरान दिल्ली में किसान संसद चलाना चाहते हैं. इसे लेकर रविवार को किसान नेताओं और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बीच मीटिंग भी हुई, लेकिन बेनतीजा रही. सोमवार को फिर किसान नेता और दिल्ली पुलिस के अफसर मिलेंगे. 22 जुलाई से जंतर मंतर पर किसानों द्वारा किसान संसद चलाए जाने के आह्वान के बाद रविवार को सिंघु बॉर्डर के पास दिल्ली पुलिस और किसान नेताओं के बीच बैठक हुई.
इस बैठक में किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल, जगजीत सिंह दल्लेवाल, डॉक्टर दर्शन पाल, योगेंद्र यादव समेत 8 से 10 किसान नेता मौजूद रहे. हालांकि किसानों के प्रदर्शन को लेकर पुलिस और किसान नेताओं की सहमति नहीं बन सकी.
दरअसल, संसद के आगामी मॉनसून सत्र के दौरान किसान संसद के पास किसान संसद चलाना चाहते हैं. किसान नेताओं के मुताबिक 22 जुलाई से जब तक संसद में मॉनसून सत्र चलेगा तब तक हर रोज़ सिंघु बॉर्डर से 200 किसान जंतर मंतर जाएंगे और शांतिपूर्वक किसान संसद चलाएंगे. सभी को बाकायदा आईकार्ड दिया जाएगा और सबके पास अपना आधार कार्ड होगा. लेकिन दिल्ली पुलिस बिल्कुल नहीं चाहती की मॉनसून सत्र के दौरान किसान दिल्ली में किसी प्रकार का प्रदर्शन करें.
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आज की बैठक के बाद किसान नेताओ ने साफ किया है कि वो संसद का घेराव नहीं करेंगे लेकिन वो जंतर मंतर पर किसान संसद ज़रूर चलाएंगे. सोमवार को फिर दिल्ली पुलिस के अधिकारी किसान नेताओं से मीटिंग करेंगे.
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