दलित बस्ती में आग की घटना पर खरगे, मायावती और राहुल ने नीतीश सरकार को घेरा, कही ये बात

जमीन विवाद में बिहार के नवादा में दबंगों ने दलित बस्ती में आग लगा दी. हालांकि गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई. अब इस घटना पर खरगे, मायावती और तेजस्वी ने नीतीश सरकार को घेरा है.

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नवादा में दलित बस्ती में दबंगों ने लगाई आग

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार के नवादा में दलित बस्ती के लोगों के घरों को आग लगाए जाने की घटना को लेकर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि यह ‘‘डबल इंजन सरकार'' के जंगलराज का एक और प्रमाण है. बिहार के नवादा में बुधवार शाम करीब सात बजे पुलिस को सूचना मिली कि नरौरा के पास स्थित कृष्णा नगर दलित बस्ती में 40-50 घरों को आग लगा दी गई है.

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने एक्स पर क्या लिखा

खरगे ने ‘एक्स' पोस्ट किया, ‘‘बिहार के नवादा में महादलित टोला पर दबंगों का आतंक राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की ‘डबल इंजन सरकार' के जंगलराज का एक और प्रमाण है. बेहद निंदनीय है कि करीब 100 दलित घरों में आग लगाई गई, गोलीबारी की गई और रात के अंधेरे में गरीब परिवारों का सब कुछ छीन लिया गया.'' उन्होंने आरोप लगाया कि दलितों-वंचितों के प्रति घोर उदासीनता, आपराधिक उपेक्षा व असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देना अब चरम पर है.

राहुल गांधी का सरकार से सवाल

राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा कि नवादा में महादलितों का पूरा टोला जला देना, 80 से ज़्यादा परिवारों के घरों को नष्ट कर देना बिहार में बहुजनों के विरुद्ध अन्याय की डरावनी तस्वीर उजागर कर रहा है. अपना घर-संपत्ति खो चुके इन दलित परिवारों की चीत्कार और भयंकर गोलीबारी की गूंज से वंचित समाज में मचा आतंक भी बिहार की सोई हुई सरकार को जगाने में कामयाब नहीं हो पाए.

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राहुल ने कहा कि भाजपा और NDA के सहयोगी दलों के नेतृत्व में ऐसे अराजक तत्व शरण पाते हैं - भारत के बहुजनों को डराते हैं, दबाते हैं, ताकि वो अपने सामाजिक और संवैधानिक अधिकार भी न मांग पाएं और, प्रधानमंत्री का मौन इस बड़े षड़यंत्र पर स्वीकृति की मोहर है. बिहार सरकार और राज्य पुलिस को इस शर्मनाक अपराध के सभी दोषियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई कर, और पीड़ित परिवारों का पुनर्वास करा कर उन्हें पूर्ण न्याय दिलाना चाहिए.

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मायावती और तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को घेरा

इस घटना को लेकर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी एक्स पर लिखा कि बिहार के नवादा में दबंगों द्वारा गरीब दलितों के काफी घरों को जलाकर राख करके उनका जीवन उजाड़ देने की घटना अति-दुखद और गंभीर है. सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही पीड़ितों को फिर से बसाने की व्यवस्था के लिए पूरी आर्थिक मदद भी करे. वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि महा जंगलराज! महा दानवराज! महा राक्षसराज! नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगायी आग. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, NDA के सहयोगी दल बेख़बर! गरीब जले, मरे-इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा.

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आला अधिकारियों तक में मचा हड़कंप

बस्ती में आग लगने की सूचना मिलते ही आला अधिकारियों तक में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में एसपी-डीएम तक मौके पर पहुंच गए. लोगों ने बताया कि आग लगाने के साथ ही फायरिंग भी की गई थी. मौके की नजाकत को एक-एक कर सभी बातों की जांच की जाने लगी. देर रात जांच के बाद अधिकारियों ने बताया कि कुल 21 परिवारों के घर में आग लगी है. अगर कोई और परिवार सामने आया तो यह संख्या और भी बढ़ सकती है. हालांकि गनीमत ये रही कि अभी तक की किसी की मौत की बात सामने नहीं आई है.  फिलहाल फायरिंग की बात अब तक पक्की नहीं मानी जा रही. कारण यह है कि मौके से कोई खोखा बरामद नहीं हुआ है. हालांकि, सर्वे टीम अभी जांच कर रही है. बाद में पता चलेगा कि फायरिंग हुई थी या नहीं.

क्या है मामला?

डीएम ने बताया कि जिस जमीन पर दलित परिवारों का कब्जा है, उस जमीन पर विवाद है. इन दलित परिवारों का जमीन पर कब्जा को लेकर दूसरे पक्ष से विवाद चल रहा है. मामला प्रशासनिक अधिकारियों के पास चल रहा है. पीड़ित परिवारों का आरोप है कि बुधवार शाम अचानक दबंगों ने हमला कर दिया. मारपीट के साथ उनके घरों में आग लगा दिया गया. आरोप है कि फायरिंग भी की गई है. अंचल अधिकारी विकेश कुमार ने बताया कि अगलगी  की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड को भेजा गया है, जिस भूखंड पर विवाद हुआ है, उसके बारे में जांच की जा रही है.

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