केरल के मुवात्तुपूजा में दो दिन पहले 24 वर्षीय माइग्रेंट वर्कर के साथ हुई मॉब लिंचिंग मामले में कम से कम 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पीड़ित की पहचान अरुणाचल प्रदेश के अशोक दास के रूप में हुई है, जो काम की तलाश में केरल आया था और मुवत्तुपुझा में वलाकम में किराए के मकान पर रह रहा था.
उसने कथित तौर पर गुरुवार रात को वलाकम जंक्शन के पास एक पूर्व महिला सहकर्मी के घर के बाहर हंगामा किया, जिसके बाद भीड़ ने उसे एक खंभे से बांध दिया और उससे पूछताछ की. रिपोर्टों से पता चलता है कि भीड़ ने उसके साथ मारपीट भी की, लेकिन स्थानीय लोगों ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है.
एफआईआर में कहा गया है कि उसे पहले नजदीकी अस्पताल ले जाया गया और फिर कोलेनचेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां शुक्रवार को उसकी मौत हो गई. उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि उसके सिर और सीने पर जोरदार चोट लगने से उसकी मौत हुई है.
त्वरित कार्रवाई में, केरल पुलिस ने मामला दर्ज कर 10 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया हैं. इनमें विजीश, अनीश, सत्यन, सूरज, केसव, एलियास के पॉल, अमल, अतुल कृष्णा, एमिल और सनल का नाम शामिल है, जो वलाकम के मूल निवासी हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक अनाम अधिकारी के हवाले से बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या के आरोप लगाए गए हैं.