केरल: महिलाओं की बलि के दो दिन बाद हत्यारे डॉक्टर ने फेसबुक पर पोस्ट की कविता

इस दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुहम्मद शफी है. जिसे पुलिस ने "यौन विकृत" और ढोंगी बाबा बताया है. उसी ने नरबलि के लिए महिलाओं को अपने जाल में फंसाया था. साथ ही भागवल सिंह और उनकी पत्नी लैला को आर्थिक दिक्कतों को खत्म करने के लिए नरबलि के लिए राजी किया था.

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केरल के नरबलि कांड (Human Sacrifice) ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. हर दिन इस मामले में नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस की तफ्तीश के मुताबिक, आरोपी डॉक्टर भगावल सिंह (60) सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर कविता पोस्ट करते थे. वह खुद को "वैकल्पिक चिकित्सा में स्व-रोजगार" बताते थे. भगावल सिंह त्रिरुवल्ला में एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे और हमेशा विनम्र रहते थे. उनके गांव और परिवार में किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि जख्म पर मरहम लगाने वाले डॉक्टर किसी की हत्या में शामिल हो सकते हैं.

इस दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुहम्मद शफी है. जिसे पुलिस ने "यौन विकृत" और ढोंगी बाबा बताया है. उसी ने नरबलि के लिए महिलाओं को अपने जाल में फंसाया था. साथ ही भागवल सिंह और उनकी पत्नी लैला को आर्थिक दिक्कतों को खत्म करने के लिए नरबलि के लिए राजी किया था.

भागवल सिंह के घर के बाहर इन दिनों लोगों के आने का सिलसिला जारी है. उनकी पड़ोसन ऊषा कहती हैं, 'दंपति पढ़े-लिखे थे. हमारी कम्युनिटी में अच्छा-खासा नाम है. उनकी ऐसी मानसिकता के बारे में किसी को जानकारी नहीं थी. वो इतना नीचे गिर सकते हैं, इसका अंदाजा परिवार को भी नहीं हुआ.'

दरअसल, त्रिरुवल्ला के रहने वाले डॉक्टर भगावल काफी समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. उनकी पत्नी लैला ने पेरुंबवूर में रहने वाले तांत्रिक शफी से कॉन्टैक्ट किया. उसने कहा- मानव बलि देने से ही भगवान खुश होंगे. उसने दो महिलाओं की बलि देने को कहा. साथ ही यह भी बताया कि वही बलि के लिए महिलाओं का इंतजाम भी कर देगा. वह मानव तस्करी भी करता था.

तांत्रिक शफी कलाडी और कदवंतरा की रहने वाली दो महिलाओं को पैसों और काम का लालच देकर त्रिरुवल्ला लेकर लाया. यहां से डॉक्टर दंपति और तांत्रिक दोनों महिलाओं को लेकर पथनामथिट्टा के एलंथूर गए. यहीं तंत्र साधना करके उनकी बलि दी गई. बलि देने से पहले महिलाओं को अमानवीय यातनाएं भी दी. उनके प्राइवेट पार्ट काट दिए गए. एलंथूर में ही दोनों महिलाओं को दफना दिया गया. नरबलि के कुछ दिन बाद भगावल ने 6 अक्टूबर को फेसबुक पर पोस्ट किया था. 


भगावल सिंह के फेसबुक बायो के मुताबिक, उन्होंने केरल विश्वविद्यालय और सेंट थॉमस कॉलेज, कोझेनचेरी में पढ़ाई की है. वह खुद को  "वैकल्पिक चिकित्सा और मर्म चिकित्सा के क्षेत्र में स्व-रोजगार बताते हैं. उन्होंने लिखा है- 'मैं महान चिकित्सा मूल्य के जड़ी-बूटियों की विभिन्न प्रजातियों का रोपण और पोषण करता हूं.' फेसबुक पर उनके 1100 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. लैला उनकी दूसरी पत्नी है. पहली शादी से भगावल सिंह को एक बेटी और बेटा है. दोनों विदेश में नौकरी करते हैं. 

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