तेलंगाना में एक बीजेपी नेता ने मांग की है कि पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को फोन टैपिंग केस में आरोपी नंबर एक बनाया जाए. इस केस में केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति को कड़े सवालों का सामना करना पड़ रहा है. पूर्व विधायक और अब मेडक लोकसभा सीट से उम्मीदवार बीजेपी नेता रघुनंदन राव ने इस मामले पर राज्य पुलिस को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने जिक्र किया है कि वे भी फोन टैपिंग में निशाने पर थे.
रघुनंदन राव ने एक विशेष इंटरव्यू में एनडीटीवी से कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को इस पर संज्ञान लेना चाहिए, क्योंकि यहां तक कि जजों के फोनों की भी जासूसी की गई थी.
इस मामले में तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और राज्य खुफिया ब्यूरो के पूर्व प्रमुख वांछित हैं. आरोप है कि राज्य पुलिस तत्कालीन विपक्षी नेताओं, मशहूर हस्तियों और व्यापारियों के फोन टैप करने में शामिल थी. विपक्षी नेताओं की लिस्ट में कांग्रेस के रेवंत रेड्डी भी शामिल थे, जो कि अब मुख्यमंत्री हैं.
राज्य खुफिया ब्यूरो के पूर्व प्रमुख टी प्रभाकर राव के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. वे कथित तौर पर इस समय अमेरिका में हैं. दूसरा वांछित व्यक्ति आई न्यूज नामक एक तेलुगु टीवी चैनल चलाने वाला श्रवण राव है. उसने कथित तौर पर इजरायल के फोन-टैपिंग उपकरण स्थापित करने में मदद की थी. माना जा रहा है कि वह देश से बाहर है.
रघुनंदन राव ने पुलिस प्रमुख को लिखे गए पत्र में कहा है कि उन्होंने दिसंबर 2020 में दुब्बाक उपचुनाव जीतने के बाद शिकायत की थी कि उनका फोन टैप किया जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तार डीएसपी प्रणीत राव ने दुब्बाक, हुजूराबाद और मुनुगोडे उपचुनाव के दौरान फोन टैप करने की बात कबूल की है.
न्यायिक मजिस्ट्रेट को एक सीलबंद कवर में कबूलनामा दिया गया था, लेकिन बीजेपी नेता ने कहा कि उन्हें उसमें वर्णित सामग्री के बारे में पता है.
रघुनंदन राव ने कहा कि, मुख्यमंत्री रेड्डी और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू 2015 में इस मामले में पहले पीड़ितों में से थे. उसी साल रेड्डी को वोट के बदले नोट घोटाले में 50 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
सूत्रों के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री के आदेश पर कथित तौर पर एक लाख से अधिक फोन टैप किए गए थे. केसीआर के बाद मुख्यमंत्री बने रेवंत रेड्डी ने कार्रवाई करने का संकल्प लिया है. उन्होंने एनडीटीवी से कहा था, ''साजिश से जुड़े तथ्यों की अभी भी जांच चल रही है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ सामने आना बाकी है...''