कर्नाटक में कश्मीरी छात्रों की दाढ़ी वाला विवाद क्या था और यह कैसे सुलझा, जानिए

प्रधानमंत्री विशेष छात्रवृत्ति योजना (पीएमएसएसएस) के तहत जम्मू-कश्मीर के 15 लड़के और 3 महिला छात्र हसन के होलेनरसीपुर स्थित सरकारी नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. 

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
हासन (कर्नाटक):

कर्नाटक के हासन जिले में एक नर्सिंग कॉलेज में कश्मीरी छात्रों के दाढ़ी रखने को लेकर उठे विवाद का रविवार को कॉलेज प्रशासन ने समझौता फार्मूला निकालने के बाद समाधान किया. इसके तहत कश्मीरी छात्रों को या तो क्लीन शेव रखने या फिर अपनी दाढ़ी छोटी रखने की इजाजत दी गई है. 

PMSSS के तहत कर्नाटक में पढ़ाई कर रहे J&K के छात्र

प्रधानमंत्री विशेष छात्रवृत्ति योजना (पीएमएसएसएस) के तहत जम्मू-कश्मीर के 15 लड़के और 3 महिला छात्र हसन के होलेनरसीपुर स्थित सरकारी नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. 

8 नवंबर को नहीं मिली थी छात्रों को लेब में एंट्री

सूत्रों ने आरोप लगाया कि 8 नवंबर को कई छात्रों को कॉलेज में एंट्री नहीं दी गई क्योंकि उन्होंने ग्रूमिंग की जरूरतों को पूरा करने से इनकार कर दिया, जो एक मेडिकल संस्थान में अनिवार्य है. इन छात्रों ने जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन से संपर्क किया और दावा किया कि उन्हें दाढ़ी न बनाने या ट्रिम न करने के कारण लैब सेशन लेने से रोक दिया गया.

प्रिंसिपल ने मामले पर कही ये बात

प्रिंसिपल चंद्रशेखर ने कहा, "अस्पताल और लैब में हमें स्वच्छता के मानकों का पालन करना चाहिए... 8 नवंबर को इन छात्रों को बाहर भेज दिया गया क्योंकि उन्होंने निर्देशों का पालन नहीं किया." उन्होंने कहा कि एकादमी एक्टिविटी में उनकी मौजूदगी में भी अनियमितता देखी गई है. 

Featured Video Of The Day
Child Marriage Free India: Uttarakhand के CM Pushkar Singh Dhami बाल विवाह के खिलाफ खड़े हैं