करवा चौथ भी सुहागिनों का व्रत है और पति की लंबी आयु के लिए पत्नियां ये व्रत रखती हैं. यह जीवनसाथी से प्रेम और स्नेह के प्रतीक का भी त्योहार है. लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में ऐसे ही प्यार का इजहार करने वाले कुछ मंदिर भी हैं. आइए हम आपको बताते हैं कि ये मंदिर कौन कौन से हैं और कहां कहां हैं. इसमें वृंदावन का प्रेम मंदिर, इश्किया गजानन मंदिर जोधपुर, राजरानी मंदिर और श्री कल्याणसुंदरेश्वर मंदिर शामिल है.
वृंदावन का प्रेम मंदिर
उत्तर प्रदेश के मथुरा वृंदावन में बने प्रेम मंदिर प्यार के दीवानों का ऐसा ही सबसे बड़ा दर्शनीय स्थल है. इस मंदिर का निर्माण जगद्गुरु कृपालु महाराज ने कराया था.उन्होंने इस मंदिर को राधा कृष्ण के प्रेम को समर्पित किया था. इसका उद्घाटन भी 14 फरवरी 2012 को वैलेंटाइन डे के दिन किया गया था. 100 करोड़ रुपये में यह मंदिर 2001 में बनना शुरू हुआ था. सफेद इटालियन करारा संगमरमर से तराशा गया प्रेम मंदिर रात के समय रंग बिरंगी रोशनी में बेहद भव्य दिखता है.
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इश्किया गजानन मंदिर जोधपुर
राजस्थान के जोधपुर शहर में इश्किया गजानन मंदिर है, जहां प्यार के दीवानों का मेला लगता है. मान्यता है कि यहां प्रेमी-प्रेमिका और जीवनसाथी पाने की मुराद पूरी होती है. यहां युवा भक्त बड़ी संख्या में भगवान गणपति से मनोकामना मांगने आते हैं. कहा जाता है कि गणपति बप्पा भक्तों को निराश नहीं नहीं जाने देते. जीवनसाथी को पाने के बाद भी प्रेमी जोड़ों का यहां तांता लगा रहता है. इसे इश्किया गणेश मंदिर कहा जाता है.
IshQiya Gajanan Mandir
राजरानी मंदिर भुवनेश्वर
राजरानी मंदिर भुवनेश्वर में है, जो 11वीं शताब्दी यानी करीब 900 से 1000 साल पुराना है. मंदिर की दीवारों पर नक्काशी की वजह से इसे प्रेम मंदिर भी कहा जाता है. यहां भी बड़ी संख्या में पति-पत्नी और प्रेमी-प्रेमिकाएं दर्शन करने के लिए साथ आते हैं.
Rajrani Mandir
श्री कल्याणसुंदरेश्वर मंदिर
तमिलनाडु के तिरुननचेरी श्री कल्याणसुंदरेश्वर मंदिर भी प्रेम और विवाह संबंधी मनोकामना पूरी करने के लिए जाना जाता है. यहां भगवान शिव को कल्याणसुंदर के तौर पर पूजा जाता है, जो देवी कोकिलांबल के साथ विवाह मुद्रा में विराजमान हैं.