टाटा प्‍लांट को लेकर कार्ति चिदंबरम का अनुरोध के बहाने तंज, असम CM ने कबूली चुनौती

हिमंता बिस्‍वा सरमा ने कल एक्‍स पर एक पोस्‍ट में घोषणा की थी कि टाटा समूह ने असम में 40 हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ सेमीकंडक्टर प्रोसेसिंग प्‍लांट स्थापित करने के लिए एक आवेदन किया है. यह गेम-चेंजर होगा.

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नई दिल्ली:

असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्‍वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने एक दिन पहले ही घोषणा की थी कि टाटा समूह (Tata Group) ने पूर्वोत्तर राज्य में 40 हजार करोड़ रुपये का सेमीकंडक्टर प्रोसेसिंग प्‍लांट (Semiconductor Processing Plant) लगाने के लिए आवेदन दिया है. साथ ही सरमा ने इस परियोजना को गेम चेंजर भी करार दिया था. हालांकि इसे लेकर अब कांग्रेस सांसद कार्ति पी चिदंबरम (Karti P Chidambaram) ने असम के मुख्यमंत्री से एक छोटा सा अनुरोध किया है. 

हिमंता बिस्‍वा सरमा ने कल एक्‍स पर एक पोस्‍ट में घोषणा की थी, "टाटा समूह ने असम में 40 हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ सेमीकंडक्टर प्रोसेसिंग प्‍लांट स्थापित करने के लिए एक आवेदन किया है. यह गेम-चेंजर होगा. हमारे राज्य को बदलने में निरंतर मार्गदर्शन के लिए मेरी ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार." 

चिदम्बरम ने आज अपनी एक्स टाइमलाइन पर इस घोषणा को एक अनुरोध के साथ रीपोस्‍ट किया. चिदम्बरम ने कहा, "जब यह वास्तव में शुरू हो तो मुझे कॉल करें."

हिमंता बिस्‍वा सरमा ने यह संकेत देते हुए कि वह चुनौती के लिए तैयार हैं, जवाब दिया, "हां. मैं करूंगा. वादा करता हूं."

कांग्रेस सांसद की पोस्‍ट को सरमा की विशाल परियोजना की घोषणा पर कटाक्ष के रूप में देखा गया. चिदंबरम का पोस्‍ट सेमीकंडक्टर परियोजना की विफलता की ओर इशारा करता नजर आ रहा है.  

सरमा ने कहा है कि वह असम के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नीतियों पर काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री का आत्मनिर्भर असम अभियान 23 सितंबर को शुरू हुआ था, जिसके तहत करीब दो लाख युवाओं को उद्यम शुरू करने के लिए सशक्त बनाया जाएगा. 

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योजना के तहत लाभार्थियों को सूक्ष्म उद्यम या सेवा इकाइयां स्थापित करने के लिए सरकारी अनुदान और ब्याज मुक्त सरकारी ऋण के संयोजन के रूप में दो किस्तों में 2 लाख रुपये की राशि मिल सकती है. 

भारत में अभी तक कोई चिप विनिर्माण संयंत्र नहीं 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह चाहते हैं कि भारत दुनिया के लिए चिप निर्माता बने. हालांकि 2021 में पहली बार रखी गई उन महत्वाकांक्षाओं को झटका लगा है. भारत में अभी तक कोई चिप विनिर्माण संयंत्र नहीं है. हालांकि भारत की वेदांता और ताइवान की फॉक्सकॉन दोनों ही इसके निर्माण पर विचार कर रही हैं. 

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2028 तक 6 लाख करोड़ का होगा घरेलू कारोबार!

भारत और वैश्विक स्‍तर पर  सेमीकंडक्टर की मांग में इजाफा हो रहा है. सरकारी अनुमान है कि घरेलू चिप बाजार 2028 तक करीब 6 लाख करोड़ का हो जाएगा, जो वर्तमान में  1.9 लाख करोड़ का है. 

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