कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने रविवार को कहा कि वह राज्य के पुलिस महानिदेशक को एक निलंबित पुलिस निरीक्षक की मौत से संबंधित मामले को देखने और जरूरत पड़ने पर जांच कराने का निर्देश देंगे. मुख्यमंत्री ने इन आरोपों के बीच यह बात कही कि यह मामला “पैसे देकर पदस्थापना” से जुड़ा है. एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद मुख्य विपक्षी दलों कांग्रेस और जद (एस) ने मौत की न्यायिक और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
वीडियो में राज्य के नगर प्रशासन मंत्री एम. टी. बी. नागराज को कथित तौर पर पुलिस अधिकारियों को यह कहते हुए सुना गया था कि निलंबित निरीक्षक की मौत दबाव में हुई थी, क्योंकि उसने अपनी वर्तमान तैनाती के लिए बड़ी राशि का भुगतान किया था.
मुख्यमंत्री बोम्मई ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हमारे डीजी (पुलिस महानिदेशक) शहर में नहीं थे, वह कल रात लौटे हैं. आज मैं उन्हें सारी जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दूंगा और अगर कुछ मिलता है तो जांच होनी चाहिए. हम इसमें कोई झिझक नहीं दिखाएंगे.”
के. आर. पुरम थाने से संबद्ध पुलिस कर्मी नंदीशा एच. एल. को हाल ही में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था. 27 अक्टूबर को हृदयाघात से उनका निधन हो गया था.
मंत्री द्वारा किए गए कथित दावों का जिक्र करते हुए विपक्षी दलों ने बोम्मई के नेतृत्व वाली सरकार पर हर पदस्थापना के दाम तय करने और “पैसे के बदले तैनाती” घोटाले में लिप्त होने का आरोप लगाया है.
ये भी पढ़ें :
* कर्नाटक: चौराहे का नामकरण सावरकर के नाम पर करने के प्रस्ताव पर हंगामा
* पालतू कुत्ते की मौत के लिए ड्राइवर को सजा नहीं दी जा सकती : कर्नाटक हाईकोर्ट
* मुरुगा मठ बलात्कार : वकालतनामा की वैधता पर पीड़िताओं के वकील को एक सप्ताह का समय
देश प्रदेश : कर्नाटक में तीन नावों पर लगी भीषण आग, कोई हताहत नहीं