कर्नाटक के देवरेड्डीहल्ली गांव के एक परिवार के 8 सदस्यों को शुक्रवार दोपहर अचानक उल्टी और चक्कर आने लगे. उसके बाद सभी को अस्पताल ले जाया गया. तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है और वेंटिलेटर पर हैं. शाम को जब परिवार के एक सदस्य को होश आया, तो उसने पूरा कहानी बताई. जिसके बाद पुलिस को शक हुआ की परिवार के सभी सदस्यों को जहर दिया गया है.
पुलिस को दिए बयान में लड़की ने बताया कि दोपहर का खाना खाने से ठीक पहले एक व्यक्ति चौधरी रेड्डी उनके घर आया था. घर के बाहर बैठे बच्चों के पास गया और पानी पीने की बात कही. इसके बाद वो घर के अंदर चला गया और कई मिनट रसोई में रहा. लड़की ने बताया कि जब वह अंदर देखने गई, तो उसने उसे पानी पीते हुए देखा.
जहर देने की रची थी साजिश
लड़की के बयान के बाद पुलिस ने अपनी जांच की दिशा चौधरी रेड्डी की और घूमाई. उसे पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने जो खुलासे किए वो सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई. पूछताछ के दौरान, चौधरी रेड्डी ने कबूल किया कि वह रसोई में खाने में जहर मिलाने के मकसद से घुसा था. उसने अपने पड़ोसी, पापीरेड्डी, के कहने पर ऐसा करने की बात ही है. पुलिस जांच में पता चला की पापीरेड्डी के इस परिवार से लंबे समय से दुश्मनी थी. इसका बदला लेने के मकसद से ये किया गया.
पुलिस का कहना है सालों से चली आ रही दुश्मनी के कारण दोनों लोगों ने खाने में जहर मिलाने की साजिश रची थी, पापीरेड्डी का घर के पास नाली और पड़ोस के अन्य मुद्दों को लेकर विवाद चल रहा था. दो साल पहले, मामला इतना बढ़ गया था कि झगड़े के बाद दोनों पक्षों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
ज़हरीले धतूरे का किया इस्तेमाल
जांचकर्ताओं को शुरुआत में घर से कीटनाशक की एक बोतल मिली थी, लेकिन आगे की पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने दोपहर के भोजन में परोसे गए सांभर को दूषित करने के लिए ज़हरीले धतूरे के पौधे का इस्तेमाल किया था.
चिक्कबल्लापुर के एसपी कुशल चौकसे ने कहा “आरोपियों ने परिवार के भरोसे का फायदा उठाया. हमने दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया है और जांच जारी है. हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि पीड़ितों को हर संभव चिकित्सा सहायता मिले.”
पापीरेड्डी और चौधरीरेड्डी दोनों को हिरासत में ले लिया गया है .













