कर्नाटक: हनुमान मंदिर के सामने तरबूज बेच रहा था मुस्लिम बुजुर्ग, उपद्रवियों ने सड़क पर फेंके फल

पहली बार राज्य के कानून मंत्री माधु स्वामी ने चेतावनी दी है कि जो लोग इस तरह की हरकत कर रहे हैं, सरकार उनके खिलाफ कारवाई करेगी.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins

पुलिस भी वहां मौजूद थी, लेकिन मूकदर्शक की तरह ये सब देखती रही (File Photo)

बेंगलुरु:

कर्नाटक के धाड़वाड में एक मुस्लिम बुजुर्ग के ठेले पर मौजूद सभी तरबूज़ों को दक्षिणपंथी हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने बर्बाद कर दिया. उस गरीब आदमी की गलती बस इतनी थी कि वो हनुमान मंदिर के बाहर फल बेच रहा था. पुलिस भी वहां मौजूद थी, लेकिन मूकदर्शक की तरह ये सब देखती रही. वहीं अब सरकार के मंत्री इसे हिजाब के चलते हुए प्रदर्शन के खिलाफ प्रतिक्रिया बता रहे है. हालांकि पहली बार राज्य के कानून मंत्री माधु स्वामी ने चेतावनी दी है कि जो लोग इस तरह की हरकत कर रहे हैं, सरकार उनके खिलाफ कारवाई करेगी.

इससे पहले हलाल मीट को लेकर भी राज्य में बवाल मचा रहा. शिवमोग्गा में मारपीट हुई और फिर मुस्लिम व्यापारियों का बहिष्कार किए जाने की बात कही गई. वहीं ऐसी नफरात फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करने से कतरा रही है. पीड़ितों का कहना है कि मामला दर्ज कराना मुश्किल हो रहा है.

सामाजिक कार्यकर्ता ज़िया नोमानी का कहना है कि हम इंस्पेक्टर से मिले और फिर पुलिस कमिश्नर से. उसके बाद एडिशनल कमिश्नर से, फिर डीसीपी से. लेकिन मामला दर्ज नहीं हुआ. ऐसे में हमने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है.

बता दें कि शिवमोग्गा  कलबुर्गी कोलार में सांप्रदायिक हिंसा हो चुकी है. अब सरकार की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं तो कारवाई की बात की जा रही है. कर्नाटक के कानून मंत्री माधो स्वामी का कहना है कि यह मामला हमारे ध्यान में आया है. हम इन सबके खिलाफ कार्रवाई करेंगे. यह सब गलत हो रहा है. हर शख्स को इस देश में व्यापार करने का संवैधानिक अधिकार है. 

यह भी पढ़ें:
UP से कर्नाटक तक.... 7 राज्यों में हिंसा के लिए ओवैसी ने हिन्दू संगठनों को ठहराया ज़िम्मेदार
अजान पर विवाद के बीच बेंगलुरु की जामा मस्जिद ने की अनोखी पहल, लाउडस्पीकर में लगाई खास मशीन
अल कायदा के वीडियो ने साबित किया हिजाब विवाद के पीछे अदृश्‍य ताकतों का हाथ : कर्नाटक के मंत्री

'कर्नाटक में मुसलमानों को फल बेचने से रोका जाए', एक दक्षिण पंथी हिंदू संगठन की मांग

Advertisement
Topics mentioned in this article