कर्नाटक में जेडीएस सांसद प्रज्जवल रेवन्ना (Prajwal Revanna)के सेक्स स्कैंडल मामले (Sex Scandal Case) में एक नया विवाद शुरू हो गया है. कर्नाटक की कांग्रेस सरकार (Karnatka Congress Government)के एक मंत्री ने रेवन्ना की तुलना भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna)से कर दी है. कर्नाटक के आबकारी मंत्री आरबी तिम्मापुर के इस आपत्तिजनक बयान का विरोध शुरू हो गया है.
कर्नाटक के मंत्री ने कहा क्या है?
तिम्मापुर ने कहा, ''यह पेनड्राइव मामला, देश में इससे बुरा कुछ नहीं हुआ है.यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना सकता है. भगवान श्रीकृष्ण महिलाओं के साथ भक्तिभाव से रहते थे. लेकिन प्रज्वल के मामले में ऐसा नहीं था.मुझे लगता है कि वह उस रिकॉर्ड को तोड़ना चाहता है.''
कर्नाटक के हासन से जनता दल सेक्युलर के सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है. इससे जुड़े पेन ड्राइव मिली है. इसमें उनकी महिलाओं के साथ क्लिपिंग है. यह मामला सामने आने के बाद रेवन्ना देश छोड़कर चले गए हैं. वहीं इस मामले की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने एक एसआईटी की गठन किया है.
सेक्स स्कैंडल मामले की जांच कर रही एसआईटी ने प्रज्वल रेवन्ना को राहत नहीं दी है. एसआईटी ने उनको सात दिन की मोहलत देने से इनकार कर दिया है.प्रज्वल रेवन्ना इन दिनों विदेश में हैं. उन्होंने एसआईटी के सामने पेश होने के लिए सात दिनों का समय मांगा था, लेकिन जांच एजेंसी ने उनको समय देने से इनकार कर दिया है.
भारत कब लौटेंगे प्रज्वल रेवन्ना
सूत्रों के मुताबिक, पहले खबर थी कि प्रज्वल रेवन्ना ने फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) से बेंगलुरु के लिए टिकट बुक किया है. वह 3 मई की देर शाम केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरेंगे. वह 4 मई को एसआईटी अधिकारियों के सामने पेश होने की योजना बना रहे हैं. इस दौरान उन्हें एयरपोर्ट से हिरासत में लिए जाने की संभावना जताई गई थी.सूत्रों के मुताबिक, उन्हें सीआरपीसी की धारा 41ए के तहत एसआईटी के सामने पेश होने के लिए नोटिस जारी किया गया है. उन्हें 24 घंटे के भीतर अधिकारियों के सामने पेश होना होगा. लेकिन उन्होंने एसआईटी से सात दिनों की मोहलत मांगी थी.
प्रज्वल पूर्व प्रधानमंत्री और जेडी (एस) के संस्थापक और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के बेटे हैं.चुनाव से ठीक पहले, सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में कथित तौर पर प्रज्वल से जुड़ी वीडियो और तस्वीरें वायरल हुई थीं. इसके बाद कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी के अनुरोध पर कर्नाटक सरकार ने एसआईटी का गठन किया था.
प्रज्वल की पूर्व रसोइया और रिश्तेदार की शिकायत पर उनके खिलाफ होलेनारासीपुरा में यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया. पीड़िता ने आरोप लगाया कि प्रज्वल ने उसकी बेटी को वीडियो कॉल कर आपत्तिजनक बातें की. इस वजह से उनकी बेटी ने प्रज्वल को ब्लॉक कर दिया.
ये भी पढ़ें
"मुसलमानों को आरक्षण देने से लेकर OBC का हक मारने तक....", PM मोदी ने कांग्रेस को दी तीन चुनौतियां