कर्नाटक के DGP और 1986 बैच के IPS प्रवीण सूद बने CBI के नए डायरेक्टर

CBI के मौजूदा डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल 25 मई को समाप्त हो रहा है. इसी दिन सूद जॉइन कर सकते हैं. सूद मार्च में तब सुर्खियों में आए थे जब कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने उन पर राज्य में भाजपा सरकार का साथ देने का आरोप लगाया था.

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नई दिल्ली:

कर्नाटक के DGP प्रवीण सूद को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) का नया डायरेक्टर नियुक्त किया गया है. सूद 1986 बैच के IPS अधिकारी हैं. सूद दो साल तक इस पद पर रहेंगे. CBI के मौजूदा डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल 25 मई को समाप्त हो रहा है. इसी दिन सूद जॉइन कर सकते हैं. सूद मार्च में तब सुर्खियों में आए थे जब कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने उन पर राज्य में भाजपा सरकार का साथ देने का आरोप लगाया था. शिवकुमार ने यह दावा करते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक की गिरफ्तारी की भी मांग की थी कि वह कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कर रहे हैं.

सीबीआई चीफ के लिए शनिवार को सिलेक्शन कमेटी की मीटिंग हुई थी, जिसमें तीन नामों को शॉर्टलिस्ट किया गया था. इस बैठक में प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस और लोकसभा में विपक्ष नेता शामिल थे. इसमें प्रवीण सूद के अलावा मध्य प्रदेश के DGP सुधीर सक्सेना और सीनियर IPS ताज हासन का नाम शॉर्टलिस्ट किया गया था.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी CBI की स्थापना के 60 साल पूरे होने के डायमंड जुबली प्रोग्राम में शामिल हुए थे. प्रधानमंत्री ने अपने 25 मिनट के संबोधन में CBI के 6 दशक के सफर और आगे आने वाली चुनौतियों को लेकर बात की थी. उन्होंने CBI से कहा था, 'आपको कहीं पर भी रुकने की जरूरत नहीं है. मैं जानता हूं आप जिनके खिलाफ एक्शन ले रहे हैं वे बेहद ताकतवर लोग हैं, बरसों तक वे सरकार और सिस्टम का हिस्सा रहे हैं.

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सीबीआई चीफ की नियुक्ति कैसे होती है?
सीबीआई प्रमुख का चयन दो साल के कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री, सीजेआई और लोकसभा में विपक्ष के नेता वाली एक समिति द्वारा किया जाता है. कार्यकाल 5 साल तक बढ़ाया जा सकता है. भी चर्चा की गई.

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