सिद्धारमैया की तो लॉटरी लग गई... कर्नाटक में कलह के बीच कांग्रेस विधायक का वीडियो लीक 

तीन बार के विधायक बीआर पाटिल की फोन पर बात करने के एक वीडियो ने पार्टी के सामने कई सवाल और चुनौतियां पैदा कर दी हैं.

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  • कर्नाटक कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर विवाद बढ़ा है, जिसमें कई वरिष्ठ नेताओं की राय शामिल है.
  • बीआर पाटिल का लीक वीडियो सिद्धारमैया की मुख्यमंत्री पद के लिए किस्मत पर सवाल उठाता है.
  • डीके शिवकुमार ने विधायकों से 2028 चुनाव पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है, मुख्यमंत्री बदलाव की मांग के बीच.
  • सिद्धारमैया ने नेतृत्व परिवर्तन की संभावना को खारिज किया, सरकार की मजबूती पर जोर दिया.
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मंगलवार को कर्नाटक में कांग्रेस के अंदर काफी ड्रामा हुआ. पार्टी की तरफ से 'ऑल इज वेल' का मैसेज दिया गया. साथ ही पार्टी ने इस बात से भी साफ इनकार कर दिया कि वह सिद्धारमैया की जगह किसी और को मुख्यमंत्री पद सौंपने की योजना बना रही है. लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद, कांग्रेस के एक सीनियर लीडर का एक वीडियो लीक हुआ और इसने हलचल मचाकर रख दी. तीन बार के विधायक बीआर पाटिल की फोन पर बात करने के एक वीडियो ने पार्टी के सामने कई सवाल और चुनौतियां पैदा कर दी हैं.  

'मैंने ही मिलवाया सोनिया गांधी से'

बताया जा रहा है कि यह वीडियो मांड्या के कृष्णराजा पेटे से आया है जहां पाटिल दौरे पर थे. इसमें उन्‍हें कहते हुए सुना जा सकता है, 'सिद्धारमैया की लॉटरी लग गई है. मैं ही वह इंसान था जिसने उन्हें सोनिया गांधी से मिलवाया था. उनकी किस्मत अच्छी थी और वो मुख्यमंत्री बन गए. मेरा कोई गॉडफादर या भगवान नहीं है. मैं (रणदीप सिंह) सुरजेवाला से मिला और जो कुछ कहना था, कह दिया. उन्होंने धैर्य के साथ मेरी बात सुनी, देखते हैं क्या होता है.'

यह वीडियो ऐसे समय में सामने आया है जब कांग्रेस की तरफ से सुरजेवाला को संकटमोचक के तौर पर बेंगलुरु भेजा गया है. उन्होंने मीडिया से कहा कि विधायकों के साथ उनकी चर्चा में नेतृत्व परिवर्तन की कोई योजना सामने नहीं आई है. उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, जिनके समर्थक उन्हें शीर्ष पद पर बिठाने की मांग कर रहे हैं, सुरजेवाला के बगल में बैठे थे. 

सीएम बदलने पर जोर 

NDTV से शिवकुमार ने कहा कि वह नहीं चाहते कि विधायक 'मेरे लिए लड़ें' और उन्होंने विधायकों से 2028 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की सत्ता बरकरार रखने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा. शिवकुमार के समर्थन में बोलने वाले विधायकों में इकबाल हुसैन भी शामिल हैं. उन्‍होंने कहा है कि 138 में से 100 कांग्रेस विधायक उपमुख्यमंत्री का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर आलाकमान मुख्यमंत्री को नहीं बदलता है तो कांग्रेस कर्नाटक में सत्ता में वापस नहीं आ सकती है. 

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सिद्धारमैया ने किया नेतृत्‍व परिवर्तन से इनकार 

सिद्धारमैया ने कल नेतृत्व परिवर्तन की संभावना पर चर्चा को खारिज कर दिया था. मैसूर में बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पांच साल तक 'चट्टान की तरह मजबूत' रहेगी. अपने साथ शिवकुमार को लेकर उन्होंने मीडिया से कहा, 'यह सरकार पांच साल तक चट्टान (बंदे) की तरह मजबूत रहेगी.' मुख्यमंत्री के समर्थक अक्सर उन्हें 'बंदे' कहकर बुलाते हैं. जब मीडिया ने उनसे शिवकुमार के साथ उनके संबंधों के बारे में पूछा, तो उन्होंने एकता दिखाने के लिए उपमुख्यमंत्री का हाथ थामा और कहा, 'हमारे बीच अच्छे संबंध हैं.' यह पूछे जाने पर कि क्या उनके बीच दरार डालने की कोशिश की जा रही है, उन्होंने कहा, 'हम दूसरों की बात नहीं सुनते.' 

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कब और कैसे शुरू हुआ विवाद 

मुख्यमंत्री पद को लेकर मौजूदा उथल-पुथल 2023 के चुनाव नतीजों से शुरू हुई है जिसमें कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की थी. उस समय, कांग्रेस की जीत में उनकी भूमिका के लिए शिवकुमार को सीएम की कुर्सी का मजबूत दावेदार माना जा रहा था. लेकिन आखिर में कांग्रेस नेतृत्व उन्हें डिप्‍टी सीएम और राज्य पार्टी प्रमुख पदों के लिए राजी करने में कामयाब रहा. तब कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया था कि रोटेशनल मुख्यमंत्री पद पर सहमति बन गई है लेकिन इसकी कभी पुष्टि नहीं हुई.

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