शपथ लेने वाले मंत्रियों को विभागों का आवंटन जल्द : कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया

कर्नाटक सरकार के नए मंत्रिमंडल में वोक्कालिगा समुदाय के छह सदस्य, आठ लिंगायत, चार अनुसूचित जाति समुदाय, तीन अनुसूचित जनजाति, दो मुस्लिम समुदाय और एक ईसाई समुदाय से हैं. मराठा और ब्राह्मण समुदाय को भी प्रतिनिधित्व मिला है.

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कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया (फाइल फोटो)

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि नए शपथ लेने वाले मंत्रियों के विभागों का आवंटन जल्द किया जाएगा. सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, "राज्य में पूर्ण कैबिनेट का गठन किया गया है. विभागों का आवंटन आज या कल किया जाएगा. मुख्यमंत्री पद के अलावा 33 सीटें कैबिनेट मंत्रियों के लिए हैं. सरकार ने फैसला किया है कि लोगों द्वारा किए गए वादे को पूरा किया जाना चाहिए." मुख्यमंत्री ने नए मंत्रिमंडल की संरचना के बारे में बताते हुए कहा कि यह नए और पुराने चेहरों का मिश्रण है.

इसके साथ ही उन्होंने आगे बताया कि जो पहली बार जीते उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया. कुछ असंतोष था कि जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है. इस बार हमने कुछ मानकों का पालन किया. कई जिलों के विधायकों को पहली बार जीते मंत्री का पद नहीं मिला, कुछ नाराजगी थी. कुछ निराशाओं में सुकून होता है. कोडागु, हावेरी, हासन, चिकमंगलूर और अन्य जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं मिला और सीएम के अनुसार कुछ निश्चित मानदंडों का पालन करते हुए ऐसा किया गया.

कर्नाटक में कांग्रेस सरकार का विस्तार शनिवार को 24 विधायकों के मंत्रियों के रूप में शपथ लेने और पार्टी द्वारा विभिन्न जातियों और समूहों को प्रतिनिधित्व देने की मांग के साथ किया गया. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की उपस्थिति में बैंगलोर के राजभवन में राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने शपथ दिलाई. नए मंत्रिमंडल में वोक्कालिगा समुदाय के छह सदस्य, आठ लिंगायत, चार अनुसूचित जाति समुदाय, तीन अनुसूचित जनजाति, दो मुस्लिम समुदाय और एक ईसाई समुदाय से हैं. मराठा और ब्राह्मण समुदाय को भी प्रतिनिधित्व मिला है.

तेईस विधायकों ने कन्नड़ में और एक ने अंग्रेजी में शपथ ली. अधिकांश विधायकों ने जहां भगवान के नाम पर शपथ ली, वहीं कुछ ने देवी-देवताओं और श्रद्धेय शख्सियतों के नाम लिए. इस कैबिनेट विस्तार के साथ ही कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के पास मुख्यमंत्री समेत 34 मंत्रियों की पूरी संख्या पहुंच गई है. हालांकि, पुट्टारंगशेट्टी के विधानसभा उपाध्यक्ष का पद स्वीकार नहीं करने के बारे में मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि संतोष और असंतोष का भाव हमेशा रहेगा. उन्होंने कहा, "असंतोष में भी राहत है. मैंने कल रात उनसे बात की और स्पष्ट किया कि वह सहमत हैं."

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