कंझावला केस: पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में चोट नहीं, सिर और निचले अंगों से निकला बहुत खून

Kanjhawala Case: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस से इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. दिल्ली पुलिस ने विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है और उनसे घटना के संबंध में जल्द से जल्द एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है.

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पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

नई दिल्ली:

दिल्ली के कंझावला केस (Delhi Woman Dragged By Car) में मंगलवार को लड़की की अटॉप्सी रिपोर्ट (Autopsy) आ गई है. प्रारंभिक मेडिकल जांच में पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान या घाव नहीं मिले हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता के सिर, रीढ़ की हड्डी, फीमर और निचले अंगों में मौत से पहले बहुत खून निकला था. डॉक्टरों के मुताबिक, ब्लंट फोर्स के प्रभाव से आई ऐसी चोटें किसी गाड़ी से एक्सीडेंट और घसीटने से होती हैं. अटॉप्सी रिपोर्ट इंगित करती है कि पीड़िता के साथ सेक्सुअल असॉल्ट (Sex Assault)नहीं हुआ है. डॉक्टरों की टीम जल्द ही पुलिस को फाइनल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देगी. फिलहाल मामले की जांच जारी है.

सूत्र के अनुसार पीड़िता के जींस, स्वाब को सुरक्षित रखा गया है. कल मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में पोस्टमार्टम किया गया था. मेडिकल बोर्ड के ज़रिए पोस्टमार्टम किया गया था.

टक्कर के बाद मौके से भाग गई सहेली
इससे पहले पुलिस ने खुलासा किया कि स्‍कूटी पर पीड़िता के साथ उसकी सहेली भी थी. टक्कर के बाद मृतका कार में फंस गई और उसे 12 किमी तक घसीटा गया. पहले 4 किमी घसीटने की बात सामने आ रही थी. बाद में पुलिस ने 12 किमी तक घसीटे जाने की पुष्टि की. स्कूटी पर जो दूसरी लड़की थी, वह हादसे के बाद मौके से भाग गई. उसे भी मामूली चोटें आई हैं. पुलिस ने सहेली का बयान भी दर्ज कर लिया है.

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परिवार में अकेली कमाने वाली थी लड़की
पुलिस के अनुसार, युवती अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली थी. 31 दिसंबर की रात को उसकी स्कूटी कार से टकरा गई और वह कार के नीचे फंस गई. उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था और कंझावला में एक सड़क पर वह निर्वस्त्र अवस्था में पायी गयी. कथित तौर पर कार में सवार पांच लोगों पर सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. पुलिस पर हालांकि मामले में ‘ढुलमुल जांच' करने का भी आरोप लगा. पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

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नशे में थे सभी आरोपी?
सूत्रों ने कहा कि घटना के समय आरोपी नशे में थे या नहीं, यह पता लगाने के लिए उनके खून के नमूने चिकित्सा जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है. नए उच्च-गुणवत्ता वाले सुरक्षा कैमरे के फुटेज से पता चला कि कार के निचले हिस्से में फंसी पीड़ित युवती को करीब एक घंटे तक घसीटा गया.

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गृह मंत्री ने मांगी डिटेल रिपोर्ट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस से इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. दिल्ली पुलिस ने विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है और उनसे घटना के संबंध में जल्द से जल्द एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है. (भाषा इनपुट के साथ)

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