अभिनेत्री कंगना रनौत के "भीख में मिली आजादी" वाले विवादास्पद बयान पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि कंगना को इतिहास की जानकारी नहीं है. NDTV से खास बातचीत में थरूर से जब कंगना के इस बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उन्हें अपने इतिहास को फिर से पढ़ना चाहिए. मुझे लगता है उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं है कि वे क्या कह रही हैं." उन्होंने आगे कहा, "क्या कंगना को सच में लगता है कि महात्मा गांधी आजादी के लिए भीख मांगेंगे. गांधी तो ऐसी शख्सीयत थे जिन्होंने अंग्रेजों से कहा था कि आपका कानून अन्याय करता है और मैं आपका कानून तोड़ता हूं, आप मुझे सजा दीजिए. मैं आपकी सजा स्वीकार करूंगा. क्या कोई भीख मांगने वाला व्यक्ति ऐसा करता है. हमारे स्वतंत्रता आंदोलन और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कंगना का ऐसी बात करना भी गलत है."
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थरूर ने कहा, "अंदाजा लगाइए कि बिना हथियार ऐसी जगह जाना जहां आगे से लाठियां बरसें. लाला लाजपत राय की हत्या ही अहिंसक प्रदर्शन के दौरान हुए लाठीचार्ज में सिर पर लाठी लगने से हुई थी. इसमें ज्यादा साहस की जरूरत होती है, बजाए कि बंदूक लेकर किसी को मारने जाना और सामने से गोली खाने के. मुझे लगता है कि कंगना को फिर से इतिहास पढ़ने की जरूरत है."
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गौरतलब है कि पिछले दिनों राष्ट्पति रामनाथ कोविंद के हाथों पद्मश्री पुरस्कार पाने के बाद कंगना ने बयान दिया था कि असल आजादी तो साल 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, 1947 में तो भीख मिली थी. कंगना के इस बयान के बाद काफी बवाल हुआ, कई नेताओं ने उनके इस बयान की निंदा की, जबकि सोशल मीडिया पर भी कंगना को काफी ट्रोल किया गया. सोशल मीडिया यूजर्स ने तो यह तक कह दिया कि उनसे पद्मश्री सम्मान वापस ले लेना चहिए. ऐसा पहली बार नहीं है, कंगन पहले भी कई बार इस तरह के विवादास्पद बयान दे चुकी हैं.