आपको मंत्री किसने बनाया? गिरिराज सिंह से भिड़ गए TMC सांसद कल्याण बनर्जी, जानिए हंगामे की पूरी कहानी

कल्याण बनर्जी की इन टिप्पणियों से सत्ता पक्ष के सांसद बुरी तरह से उखड़ गए. केंद्रीय संसदीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने स्पीकर बिरला से कहा कि जब किसी सदस्य को प्रश्न पूछने की इजाजत दी गई है, तो वह इस तरह की टिप्पणियां कैसे कर सकता है.

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नई दिल्ली:

यह कोई मंत्री है? आपको मंत्री बनाया किसने? गिरिराज सिंह यह सही बात नहीं है... फर्जी वोटर और भाषा मुद्दे पर हंगामे के बीच लोकसभा में मंगलवार को एक अलग ही मुद्दे पर गर्मागर्मी हो गई. तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी की एक टिप्पणी ने प्रश्नकाल के माहौल को गर्मा दिया. बनर्जी पश्चिम बंगाल को मनरेगा की धनराशि रोके जाने को लेकर सवाल पूछ रहे थे, लेकिन इसी दौरान उन्होंने मंत्रियों पर ऐसी टिप्पणी कर दी कि लोकसभा अध्यक्ष को बीचबचाव कर व्यवस्था देनी पड़ी. आखिर लोकसभा में हुआ सिलसिलेवार जानिए पूरा वाकया...
  
'क्या यह मंत्री हैं? आपको मंत्री किसने बनाया?'
संसद में मंगलवार को भाषा के मुद्दे पर भी माहौल गर्म रहा. डीएमके के सांसद काले कपड़ों के साथ लोकसभा पहुंचे, लेकिन शब्दयुद्ध चला टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और सत्ता पक्ष के सांसदों के बीच. प्रश्नकाल के दौरान  ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान सवालों के जवाब दे रहे थे. इस दौरान तृणमूल के सांसद कल्याण बनर्जी सवाल पूछने के लिए खड़े हुए.  कल्याण बनर्जी ने कहा कि हम लगातार तीन साल से इस बात को लेकर सवाल पूछ रहे हैं कि मनरेगा का लाभ पश्चिम बंगाल तक नहीं पहुंच रहा है. मंत्री के पास इसका एक ही जवाब होता है. टोकाटाकी होने पर बनर्जी उत्तेजित हो गए और कहते सुने गए- क्या यह मंत्री है? आपको मंत्री किसने बनाया? 

बनर्जी ने कहा कि मंत्रालय का कहना है कि 25 लाख फर्जी मामले हैं. हम लगातार कह रहे हैं आपको इस पर तुरंत सख्त ऐक्शन लेना चाहिए. हमें कोई आपत्ति नहीं है. आप उन्हें अरेस्ट करें. हमें कोई आपत्ति नहीं है. आप 25 लाख के फर्जी कार्ड के नाम पर बंगाल के 10 करोड़ लोगों को मनरेगा के लाभ से वंचित नहीं कर सकते हैं. मेरा सवाल है कि क्या आप इसे लागू करेंगे या नहीं करेंगे. अगर इसमें वाकई कुछ भ्रष्टाचार है, तो आप दोषी लोगों को कस्टडी में क्यों नहीं ले ले रहे हैं. 

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'गिरिराज सिंह यह सही बात नहीं है'
इस दौरान टोके जाने पर बनर्जी फिर उत्तेजित हो गए. उन्होंने सत्ता पक्ष की ओर मुखातिब होते हुए कहा, 'गिरिराज सिंह यह सही बात नहीं है. आप केंद्रीय मंत्री हैं. आप ऐसे बर्ताव कर रहे हैं. यह क्या है. गिरिराज सिंह ने बीच में क्यों बोला?' 

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'यह ऐसा कैसे बोल सकते हैं' 
कल्याण बनर्जी की इन टिप्पणियों से सत्ता पक्ष के सांसद बुरी तरह से उखड़ गए. उन्होंने ऐतराज जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष का ध्यान इस ओर दिलाया. केंद्रीय संसदीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने स्पीकर बिरला से कहा कि जब किसी सदस्य को प्रश्न पूछने की इजाजत दी गई है, तो वह इस तरह की टिप्पणियां कैसे कर सकता है. आप यह पूछने वाले कौन होते हैं कि आपको मंत्री किसने बनाया? 

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स्पीकर बिरला की कल्याण बनर्जी को नसीहत
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने स्थिति को संभालते हुए टीएमसी सांसद को इस तरह से टिप्पणियों से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि कभी भी कोई विषय हो तो आपस में टिप्पणी करना बंद कर दें. शोर शराबे के बीच स्पीकर ने व्यवस्था देते हुए कहा कि आप बोलते समय शब्दों का चयन ठीक करें. कोई चाहे इधर से बोले या फिर उधर से बोले तो उसकी टिप्पणी का जवाब नहीं देना चाहिए. यह तरीका ठीक नहीं है. विपक्ष के सांसद इस पर यह कहते हुए सुने गए कि मंत्रियों को भी यह बात कही जाए. इस पर बिरला ने झिड़कते हुए कहा कि किसको ज्ञान देना है यह मत समझाइए. 

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पश्चिम बंगाल को मनरेगा कि धनराशि क्यों रोकी गई?
ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने कहा कि पश्चिम बंगाल को मनरेगा की धनराशि रोकने को लेकर बार बार सवाल पूछा जाता है. कल्याण बनर्जी अच्छी तरह से जानते हुए भी सदन में बार बार यह सवाल पूछते हैं.

उन्होंने कहा कि जब केंद्र की टीमें जांच करने बंगाल गईं, तो हमारी योजनाओं का दूसरा नाम दे दिया गया.जब रीटेंडर हुआ तो उसको दो-तीन पार्ट  में काटकर रिडेंटर किया गया. हमारी जांच टीमों के साथ अभद्रता की गई. टीमों ने जब रिपोर्ट किया, तो उनकी धनराशि रोक दी गई. यह मोदी सरकार है, ना खाएंगे न किसी को खाने देंगे. जो भी भ्रष्टाचार करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. 

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