मध्य प्रदेश की कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया की शनिवार तड़के यहां एक निजी अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के दौरान मौत हो गई. वह 49 वर्ष की थीं.
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि भूरिया पिछले 12 दिन से इंदौर के शैल्बी अस्पताल में भर्ती थीं. वह विधानसभा में अलीराजपुर जिले के जोबट क्षेत्र की नुमाइंदगी करती थीं.
शैल्बी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक विवेक जोशी ने बताया कि भूरिया के फेफड़ों में 70 प्रतिशत से ज्यादा संक्रमण था. जोशी ने बताया कि भूरिया को जीवन रक्षक तंत्र पर भी रखा गया था, लेकिन उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई और उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
भूरिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया की भतीजी थीं. वह वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल कर अपने राजनीतिक करियर में पहली बार विधायक बनी थीं.
इस बीच, कलावती भूरिया के निधन पर कई राजनेताओं ने शोक जताया है. पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया, "प्रदेश के जोबट क्षेत्र की विधायक कलावती भूरिया के दुःखद निधन का समाचार बेहद व्यथित व स्तब्ध करने वाला है. वह एक सक्रिय, दबंग, जुझारू और मिलनसार विधायक थीं. "
कमलनाथ ने यह भी कहा कि अपने क्षेत्र की जनता के प्रति कलावती भूरिया का विशेष लगाव था और वह उनके हितों के लिए सदैव संघर्षरत रहती थीं.