चोरी से कमाया, मंदिरों में दान और भंडारे का आयोजन, कलबुर्गी में पकड़ा गया 'दयालु चोर'

बेलगावी पुलिस कमिश्नर डॉ. शरणप्पा एस.डी. ने  बताया कि चोरी के धन से आरोपी ने कई मंदिरों में अन्नदान सेवाएं चलाईं और दान भी किए. जांच में यह भी सामने आया कि शिव प्रसाद 260 से अधिक आपराधिक मामलों में संलिप्त रहा है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
आरोपी शिव प्रसाद 260 से अधिक आपराधिक मामलों में संलिप्त रहा है.
कलबुर्गी:

कर्नाटक के कलबुर्गी में पुलिस ने एक ऐसे चोर को पकड़ा है, जो चोरी किए गए सामान का इस्तेमाल दान-पुण्य के लिए करता था और खुद को ‘भक्त' के रूप में पेश कर रहा था. शिवप्रसाद उर्फ मंत्रिशंकर को पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके पास से 412 ग्राम सोना बरामद किया है. जिसकी कीमत लगभग 30 लाख रुपये थी. आरोपी शिवप्रसाद मूल रूप से तेलंगाना का रहने वाला है. आरोपी चोरी के पैसों को मंदिरों में दान करता था और भंडारे करवाता था. वो ऐसा इसलिए करता था ताकि उसकी असली पहचान छुपी रहे. वो खुद को एक अच्छे इंसान के तौर पर लोगों के सामने पेश करता था.

260 से अधिक आपराधिक मामलों में संलिप्त

बेलगावी पुलिस कमिश्नर डॉ. शरणप्पा एस.डी. ने  बताया कि चोरी के धन से आरोपी ने कई मंदिरों में अन्नदान सेवाएं चलाईं और दान भी किए. जांच में यह भी सामने आया कि शिव प्रसाद 260 से अधिक आपराधिक मामलों में संलिप्त रहा है. चोरी की गई चांदी, सोना और नकदी का उपयोग वह मेलों और धार्मिक आयोजनों में मुफ्त भोजन वितरण के लिए करता था.

उंगलियों पर लगाता था फेविक्विक

शिवप्रसाद की 'भक्ति' का दूसरा चेहरा और भी चौंकाने वाला है. उसने चोरी के पैसों से महाराष्ट्र के एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल को 5 लाख रुपये का दान दिया और लातूर जिले के एक गांव में विशाल भंडारा आयोजित कराया. इतना ही नहीं, पुलिस को धोखा देने के लिए यह शातिर चोर अपनी उंगलियों पर फेविक्विक (सुपरग्लू) लगाता था, ताकि फिंगरप्रिंट न मिल सकें.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Char Dham Yatra 2025: 30 दिन में 4 Helicopter हादसे, क्या हवाई सफर सुरक्षित है? | NDTV India