- पंजाब के लुधियाना में कबड्डी खिलाड़ी तेजपाल सिंह की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई.
- पंजाब में पिछले कुछ सालों में 9 कबड्डी खिलाड़ियों की हत्या हुई है.
- कबड्डी टूर्नामेंट्स में विदेशी ब्लैक मनी और ड्रग माफियाओं का पैसा लगा रहता है. जिससे खेल में अपराधी घुस गया.
पंजाब के लुधियाना में जगराओं शहर में शुक्रवार को दिनदहाड़े 25 वर्षीय कबड्डी खिलाड़ी तेजपाल सिंह की हत्या कर दी गई. पंजाब में पिछले कुछ सालों में 9 कबड्डी खिलाड़ियों की हत्या की जा चुकी है. ऐसे में ये सवाल जरूर उठता है कि आखिर कबड्डी में क्राइम कहां से आया. हत्या के कुछ मामले आपसी रंजिश के हैं. लेकिन कबड्डी खिलाड़ियों की हत्याओं के पीछे एक बड़ा नेटवर्क भी है. जानकारों की मानें तो कबड्डी सिर्फ खेल की दुनिया से नहीं, बल्कि अपराध, ड्रग माफिया और गैंगस्टर नेटवर्क की गहरी कड़ियों से जुड़ा है. पंजाब में कबड्डी सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि लोकप्रियता, पैसा और पावर का प्रतीक बन चुकी है. खासकर कनाडा, यूके, ऑस्ट्रेलिया में बसे पंजाबी प्रवासियों के बीच कबड्डी टूर्नामेंट बहुत मशहूर हैं.
कबड्डी की दुनिया में गैंगस्टरों, ड्रग माफियाओं की घुसपैठ
दरअसल इन टूर्नामेंट्स में लाखों रुपये का इनाम दांव लगता है. इसी के चलते कई खिलाड़ियों और आयोजकों के पास अचानक बहुत पैसा और विदेशी संपर्क आ गए. कबड्डी टूर्नामेंट्स में विदेशों से आनेवाला पैसा कई बार ब्लैक मनी होता है. कुछ मामलों की जांच में पाया गया कि नशे के धंधे से कमाया गया, ये पैसा इन टूर्नामेंट्स में लगाया जा रहा था. इस वजह से कबड्डी की दुनिया में गैंगस्टरों और ड्रग माफियाओं की घुसपैठ हो गई.
कई खिलाड़ियों के स्थानीय नेताओं, गैंगस्टरों या पुलिस से संपर्क बन गए. कुछ ने फाइनेंसरों या आयोजकों के बीच विवादों में पक्ष लिया और कुछ को गैंग्स ने सूचना देनेवाला या दूसरे पक्ष का समर्थक मानकर निशाना बनाया. जैसे अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह सिद्धू की हत्या मार्च 2022 में लकी पाटियाल–बंबीहा–कौशल गैंग गठजोड़ ने की थी. पुलिस जांच में सामने आया था कि वह कई विवादित आयोजकों और फाइनेंसरों से संपर्क में था.
इससे पहले भी कई कबड्डी खिलाड़ियों या प्रमोटरों को पुराने हिसाब-किताब, पैसों या गैंग राइवलरी में मारा गया. कई पंजाबी गैंगस्टर जैसे लॉरेंस बिश्नोई, लकी पाटियाल, कौशल, बंबीहा, लांडा, गोल्डी बराड़ विदेश से या जेल से गैंग ऑपरेट कर रहे हैं. वे सोशल मीडिया पर अपने एक्शन दिखाकर डर और दबदबा बनाए रखना चाहते हैं.
कबड्डी जैसे पॉपुलर प्लेटफॉर्म पर किसी की हत्या कराना पावर दिखाने का तरीका बन गया है. हर हत्या के बाद पंजाब पुलिस को जांच में अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन मिलते हैं. पर ये नेटवर्क इतना फैला हुआ है कि मुख्य साजिशकर्ता विदेशों में बैठे रहते हैं और स्थानीय शूटर या छोटे गैंगस्टर सिर्फ ऑर्डर पूरा करते हैं.
आजकल कई कबड्डी खिलाड़ी सोशल मीडिया स्टार भी हैं. उनकी फॉलोइंग, लाइफस्टाइल और लोकप्रियता से वो गैंगस्टरों के निशाने पर आ जाते हैं. कबड्डी जैसे गौरवशाली खेल में अब नशे, पैसों और अपराध का साया पड़ गया है. जब तक इन नेटवर्क के ड्रग मनी के फ्लो विदेशी फाइनेंसरों के लिंक और लोकल गैंगस्टर गठजोड़ पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी. तब तक पंजाब में खिलाड़ियों की सुरक्षा खतरे में बनी रहेगी.
पंजाब में कबड्डी खिलाड़ियों की हत्याएं
- 31 अक्टूबर 2025 को लुधियाना में कबड्डी प्लेयर तेजपाल की हत्या.
- 6 जून, 2025 पंचकूला में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के इशारे पर राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके कबड्डी खिलाड़ी सोनू नोलटा पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई.
- 2016 में कबड्डी प्लेयर अजमेर सिंह का फर्जी एनकाउंटर.
- 23 सितम्बर 2023 को कपूरथला में कबड्डी खिलाड़ी हरदीप सिंह की 6 लोगों ने तलवार से काटकर हत्या की.
- 14 मार्च 2022 को कबड्डी प्लेयर संदीप नांदल अंबिया की जालंधर में गोली मारकर हत्या.
- अप्रैल 2022 में पटियाला में कबड्डी प्लेयर धर्मेंद्र सिंह की हत्या.मई 2020 में अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी अरविंदरजीत सिंह पड्डा की कपूरथला में गोली मारकर हत्या.
- अगस्त 2020 में बटाला में कबड्डी प्लेयर गुरमेज की गोली मारकर हत्या.
- नवंबर 2025 में पंजाब के तरनतारण में कबड्डी प्लेयर सुखविंदर सिंह उर्फ नोनी की गोली मारकर हत्या.














