राहुल गांधी बोले, 'कांग्रेस में रहते हुए सीएम बन सकते थे ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया लेकिन BJP में....'

मध्‍य प्रदेश के कद्दावर नेता ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने पिछले साल मार्च माह में कांग्रेस पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया था और बीजेपी ज्‍वॉइन कर ली थी. वे इस समय बीजेपी से राज्‍यसभा सांसद हैं.

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राहुल गांधी ने कहा, ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया बीजेपी में 'बैकबेंचर' बनकर रह गए हैं
नई दिल्ली:

BJP नेता ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) कांग्रेस पार्टी में रहते हुए मुख्‍यमंत्री बन सकते थे लेकिन वे बीजेपी में बैकबेंचर (पीछे की सीट पर बैठने वाले) बनकर रह गए हैं.' यह बात पूर्व कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को कही. सूत्रों के अनुसार,, पार्टी के यूथ विंग के कार्यक्रम में बोलते हुए कांग्रेस संगठन के महत्‍व के बारे में राहुल ने कहा, 'वह (सिंधिया) अगर कांग्रेस में रहते तो चीफ मिनिस्‍टर बन सकते थे लेकिन बीजेपी में 'बैकबेंचर' बनकर रह गए हैं. सिंधिया के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ काम करके संगठन को मजबूत करने का विकल्‍प था. मैंने उनसे कहा था-एक दिन आप मुख्‍यमंत्री बनेंगे लेकिन उन्‍होंने 'अलग रास्‍ता' चुना 'सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने आगे यह भी कहा- 'लिखकर ले लीजिए, वे वहां कभी भी मुख्‍यमंत्री बनीं बन पाएंगे, उन्‍हें इसके लिए यहां ही आना पड़ेगा.'

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इस मौके पर राहुल ने युवा पार्टी कार्यकर्ताओं से किसी से भी नहीं डरने और राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (RSS) की विचारधारा के खिलाफ संघर्ष करने का आव्‍हान किया. गौरतलब है कि मध्‍य प्रदेश के कद्दावर नेता ज्‍योतिरादित्‍य ने पिछले साल मार्च माह में कांग्रेस पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया था और बीजेपी ज्‍वॉइन कर ली थी. वे इस समय बीजेपी से राज्‍यसभा सांसद हैं.

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मध्‍य प्रदेश में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने कमलनाथ और ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया की संयुक्‍त अगुवाई में जीत हासिल की थी. इन दोनों ही नेताओं को सीएम पद का दावेदार माना जा रहा था लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने कमलनाथ के पक्ष में फैसला किया था. कांग्रेस की राज्‍य में सरकार बनने के बाद कमलनाथ और ज्‍योतिरादित्‍य के बीच 'मतभेद' बढ़ते गए थे. बाद में ज्‍योतिरादित्‍य ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी  ज्‍वॉइन कर ली थी. ज्‍योतिरादित्‍य के समर्थक विधायकों ने भी इस्‍तीफा दे दिया था, इसके बाद मध्‍य प्रदेश में शिवराज सिंह के नेतृत्‍व में बीजेपी सरकार बनने का रास्‍ता साफ हुआ था. 

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