डेंगू-मलेरिया की स्थिति पर जेपी नड्डा की समीक्षा बैठक, राज्यों को 20 दिन में कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश

राज्यों से कहा गया है कि वे 20 दिनों के भीतर अपनी कार्ययोजना तैयार करें. नगर निगम, पंचायतों और स्थानीय संस्थाओं को जागरूकता अभियान तेज करने के निर्देश दिए गए हैं.

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  • जेपी नड्डा ने डेंगू और मलेरिया के प्रबंधन के लिए राज्यों और स्थानीय निकायों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा.
  • राज्यों को 20 दिनों के भीतर डेंगू-मलेरिया रोकथाम के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.
  • भारत में 2015 से 2024 के बीच मलेरिया के मामलों और मौतों में लगभग अठहत्तर प्रतिशत की कमी दर्ज हुई है.
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नई दिल्ली:

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने देश में डेंगू और मलेरिया की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की. इस उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुन्या सलीला श्रीवास्तव और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. जेपी नड्डा ने राज्यों, स्थानीय निकायों और समुदायों से बरसात और उसके बाद के महीनों में विशेष सतर्कता बरतने और रोकथाम के उपाय तेज करने की अपील की. सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर जागरूकता बढ़ाने और बीमारी पर नियंत्रण के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा गया है.

राज्यों को 20 दिन में कार्ययोजना बनाने के निर्देश

राज्यों से कहा गया है कि वे 20 दिनों के भीतर अपनी कार्ययोजना तैयार करें. नगर निगम, पंचायतों और स्थानीय संस्थाओं को जागरूकता अभियान तेज करने के निर्देश दिए गए हैं. अस्पतालों को पर्याप्त दवाइयां, जांच सुविधाएं, बिस्तर और मच्छर-मुक्त वातावरण सुनिश्चित करने को कहा गया है.  दिल्ली-एनसीआर के लिए विशेष उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए हैं.

मलेरिया पर बड़ी सफलता, 2030 तक खत्म करने का लक्ष्य

भारत में 2015 से 2024 के बीच मलेरिया के मामलों और मौतों में करीब 78% की कमी आई है. 2022-24 के दौरान 160 जिलों में मलेरिया का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ. 33 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मलेरिया का स्तर काफी कम हो गया है. सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक मलेरिया को पूरी तरह खत्म किया जाए.

इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं

  • राष्ट्रीय रणनीतिक योजना (2023-27)
  • रियल-टाइम निगरानी सिस्टम
  • आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन
  • मच्छरदानी वितरण
  • लैब तकनीशियनों का प्रशिक्षण
  • जीरो-मलेरिया जिलों को सम्मानित करना
  • डेंगू और चिकनगुनिया पर भी फोकस

भारत के लगभग सभी राज्य (लद्दाख को छोड़कर) डेंगू और चिकनगुनिया से प्रभावित हैं. बरसात के मौसम में इनका खतरा बढ़ जाता है. सरकार निगरानी, इलाज, मच्छरों की रोकथाम, विभागीय समन्वय और जन-जागरूकता पर जोर दे रही है. देशभर में 869 सेंटिनल अस्पताल और 27 लैब्स मुफ्त टेस्ट सुविधा दे रहे हैं. इस साल अब तक राज्यों को 5,520 डेंगू और 2,530 चिकनगुनिया टेस्ट किट भेजे जा चुके हैं.

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