झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने कल्याणकारी योजनाओं का पैसा लूटने का काम किया, जिसके कारण ही राज्य में गरीबी और बेरोजगारी बढ़ी. चतरा जिले के सिमरिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने लोगों के अधिकारों को बहाल किया है. जबकि पिछली सरकारों ने झारखंड (Jharkhand) का शोषण किया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, "जब झारखंड बिहार से अलग हुआ और हमारे विपक्षी (भाजपा) को राज्य में शासन का मौका मिला, तो उस समय अधिशेष बजट था. मुझे समझ नहीं आ रहा कि उसके बाद यह घाटे में कैसे चला गया?" उन्होंने दावा किया, "जब हमने यह पता लगाने की कोशिश की कि पैसा कहां गया, तो पता चला कि पिछली सरकारों ने लोगों के कल्याण के लिए दिए गए धन को लूटने का काम किया." सोरेन ने जोर देकर कहा कि मौजूदा सरकार गांवों से काम करती है, न कि "केवल दिल्ली या राज्य की राजधानी रांची से."
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस बीच चतरा में 132 करोड़ रुपये की 161 परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इसके साथ ही उन्होंने 119 करोड़ रुपये की 241 अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने 1.13 लाख लाभार्थियों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण भी किया. इस दौरान सोरेन ने कहा कि चतरा में 650 करोड़ रुपये की लागत से 800 किलोमीटर लंबी ग्रामीण सड़कों का निर्माण कार्य किया जा रहा है.
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