अमेजन के साथ स्पेस कंपनी ब्लू ओरिजिन के मालिक जेफ बेजोस (Jeff Bezos) अंतरिक्ष कार्यक्रम की होड़ में पीछे नहीं रहना चाहते हैं. यही वजह है कि चंद्रमा पर लैंडिंग के लिए यान तैयार करने के कांट्रैक्ट में स्पेसएक्स के हाथों मात खाने के बावजूद बेजोस हार मानने को तैयार नहीं है. उन्होंने अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) को ब्लू ओरिजिन के मून लैंडर (Blue Origin Moon Lander) के इस्तेमाल को लेकर 2 अऱब डॉलर की छूट देने का आकर्षक प्रस्ताव दिया है. बेजोस ने कहा कि कंपनी अपने लैंडर के परीक्षण की लागत उठाने को तैयार है.
50 हजार से ज्यादा लोग अमेजन के मालिक जेफ बेजोस को अंतरिक्ष से वापस नहीं लौटते देखना चाहते!
अमेरिका आर्टेमिस (Artemis) प्रोग्राम के तहत 2024 तक दोबारा चंद्रमा पर दोबारा मानव मिशन पर काम कर रहा है. नासा 2030 तक अंतरिक्षयात्रियों को मंगल (Mars mission) पर उतारने का लक्ष्य पूरा करने की कोशिश में भी जुटी है.
ब्लू ओरिजिन के मालिक जेफ बेजोस ने नासा को सोमवार को एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें मून लैंड तैयार करने के लिए दो अरब डॉलर की छूट देने का प्रस्ताव है.
नासा ने हाल ही में अंतरिक्षयात्रियों के लिए लैंडिंग सिस्टम तैयार करने का कांट्रैक्ट 2.9 अरब डॉलर में स्पेसएक्स को दिया था. लेकिन ब्लू ओरिजिन और कुछ अन्य कंपनियों ने इसका विरोध करते हुए याचिका दाखिल की है. नासा प्रशासक बिल नेल्सन को लिखे पत्र में बेजोस ने कहा कि यह ऑफर फंडिंग की कमी का सामना कर रही अंतरिक्ष एजेंसी के लिए स्पेस प्रोग्राम को आगे बढ़ाने में मदद करेगा. फंडिंग की कमी के कारण नासा ने सिर्फ एक ही कांट्रैक्टर कंपनी को चुना है.
उन्होंने कहा कि यह स्थायी छूट है. ब्लू ओरिजिन बेहद तत्परता से नासा के कांट्रैक्ट के फैसले को वापस कराने के लिए जद्दोजहद कर रही है. यही कारण है कि सीनेट ने ह्यूमन लैंडर सिस्टम के लिए 10 अरब डॉलर का एक कानून पारित करने की कोशिश में है, लेकिन आलोचक इसे बेजोस की मदद का प्रयास बताकर रोकने में जुटे हैं.
बेजोस का तर्क है कि ब्लू ओरिजिन के मून लैंडर में ईंधन के तौर पर लिक्विड हाइड्रोजन का इस्तेमाल किया गया है, जिसे चंद्रमा पर जमी बर्फ से भी निकाला जा सकता है. यह नासा द्वारा यान में चंद्रमा पर दोबारा ईंधन भरने और इसे सुदूर अंतरिक्ष अभियान के लिए ठहराव की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश में भी मदद करेगा.