पाकिस्तान समर्थक कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के पोते को सरकारी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के पोते को जम्मू कश्मीर में कथित तौर पर आतंकवादी गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिए शनिवार को सरकारी नौकरी से निकाल दिया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अनीस उस इस्लाम, अल्ताफ अहमद शाह का उर्फ अल्ताफ फंटूश का बेटा है और उसे संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत विशेष प्रावधान का इस्तेमाल कर नौकरी से निकाल दिया गया. नीस-उल-इस्लाम को 2016 में जम्मू-कश्मीर पर्यटन विभाग के तहत शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर या एसकेआईसीसी में अनुसंधान अधिकारी नियुक्त किया गया था.
सूत्रों के मुताबिक सरकारी नौकरी मिलने से कुछ महीने पहले अनीस-उल-इस्लाम पाकिस्तान गया था और अपने दादा के कहने पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस या आईएसआई के कर्नल यासिर से मिला था.
मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "यह पता चला है कि सरकार में शीर्ष अधिकारियों की ओर से अनीस को नियुक्त करने का दबाव था और पूरी भर्ती प्रक्रिया में हेरफेर किया गया था."
अनीस-उल-इस्लाम ने कथित तौर पर श्रीनगर और उसके आसपास ड्रोन उड़ाने में कुछ लोगों की मदद की और विरोध प्रदर्शन के फुटेज को पाकिस्तान के आईएसआई के साथ साझा किया.
सूत्र ने कहा, "तकनीकी इनपुट से पता चलता है कि अनीस यूएई और सऊदी अरब में तीन संदिग्धों के संपर्क में है."
एक स्कूल शिक्षक फारूक अहमद बट को भी बर्खास्त कर दिया गया है. उसे 2005 में अनुबंध पर नियुक्त किया गया था और 2010 में नियमित किया गया था. सूत्र ने कहा, "उसका भाई मोहम्मद अमीन बट लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी है, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से सक्रिय है."
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