जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कठुआ जिले में आतंकवादियों और सेना के जवानों के बीच सोमवार को भीषण मुठभेड़ हुई. इस घटना में सेना के 5 जवान शहीद हो गए और 5 अन्य घायल हो गए. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर का कठुआ जिला पंजाब के पठानकोट जिले से सटा हुआ है. पूरे घटनाक्रम पर सेना के सूत्रों ने कहा है कि आतंकियों की तरफ से पहले हमले किए गए, जवान की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गयी. सेना के अधिकारियों ने बताया कि यह घटना कठुआ शहर से 150 किलोमीटर दूर लोहई मल्हार स्थित बदनोता गांव में हुई, जब सेना के कुछ वाहन इलाके में नियमित गश्त पर थे उसी समय आतंकियों ने उन्हें निशाना बनाया.
सेना का सर्च ऑपरेशन जारी
आतंकी हमले के बाद सेना की तरफ से पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन की शुरुआत की गयी है. आतंकियों के तमाम संदिग्ध ठिकानों पर सेना की तरफ से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. हाल के दिनों में कठुआ और जम्मू के आसपास के क्षेत्रों में आतंकियों की तरफ से लगातार हमले हो रहे हैं.
कुलगाम में मारे गए थे 6 आतंकी
जम्मू कश्मीर के कुलगाम में दो जगह चली मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने छह आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. मारे गए आतंकियों के ठिकाने से जुड़ा एक वीडियो सामने आया था, जिसमें दिख रहा था कि एक घर में बनी आलमारी के भीतर आतंकियों ने गुप्त ठिकाना बना रखा था. हाल के दिनों में सिर्फ़ कुलनाम में हिज़्बुल के छह आतंकी मारे गये हैं. साथ में दो जवान भी शहीद हुए हैं. सुरक्षा बलों का दावा है कि मारे गये आतंकियों की मदद स्थानीय लोग कर रहे थे. इसे लेकर भी अब जांच हो रही है.
जम्मू में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए थे हमले
9 जून को जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में शाम के समय आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की थी. इससे बस खाई में गिर गई थी. आतंकियों की फायरिंग और बस के खाई में गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 41 अन्य घायल हो गए. बस के तीर्थयात्री चीखते-चिल्लाते रहे. इसके बावजूद भी आतंकी बड़े बेरहमी के साथ छोटे बच्चे और बाकी तीर्थयात्रियों पर गोली बरसाते रहे. शिवखोड़ी से लौटते हुए तीर्थयात्रियों पर आतंकियों ने 100 से भी ज्यादा फायर किए. इस हमले ने हर किसी को गमगीन कर दिया.
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