जम्मू हवाई अड्डे पर ड्रोन हमले में शक की सुई पाकिस्तानी आतंकी संगठन की ओर घूमी, दो संदिग्धों से पूछताछ

Jammu Air Base Drone Attack: रविवार तड़के सुबह 2 बजे से कुछ देर पहले पांच मिनट के भीतर हुए दो विस्फोटों में वायुसेना के दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए हैं. एनआईए की टीम भी मौके पर पहुंची और जांच अपने हाथों में ले ली.

विज्ञापन
Read Time: 25 mins

Jammu Airport Drone Attack: जम्मू वायुसेना एयरबेस पर कम तीव्रता वाले दो धमाके हुए हैं. (ANI फोटो)

जम्मू:

Jammu Air Force Station Done Attack : जम्मू वायु सेना स्टेशन पर रविवार सुबह ड्रोन से किए गए दो धमाकों के मामले में शक की सुई पाकिस्तानी आतंकी संगठनों की ओर भी घूम गई है. इसे किसी भी भारतीय सैन्य ठिकाने पर पहला ड्रोन हमला माना जा रहा है. मामले की गंभीरता देखते हुए एनआईए की टीम भी मौके पर पहुंची और जांच अपने हाथों में ले ली. जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रमुख का कहना है कि मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. भारतीय वायु सेना भी (IAF) इस घटना से जुड़े पहलुओं की जांच में जुटी है.

जानकारी के अनुूसार, रविवार तड़के सुबह 2 बजे से कुछ देर पहले पांच मिनट के भीतर हुए दो विस्फोटों में वायुसेना के दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये धमाके आधी रात 1.37 बजे और 1.43 बजे हुए.शीर्ष सैन्य सूत्रों का कहना है कि इसे एक गंभीर घटना के तौर पर माना जा रहा है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम भी हवाई अड्डे पर पहुंची और जांच शुरू कर दी. मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की है. मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक एयर मार्शल विक्रम सिंह जांच के लिए जम्मू में ही रहेंगे.

हमला जिस जगह पर हुआ, वो पाकिस्तानी सीमा से 14 किलोमीटर दूर है. दिलबाग सिंह ने स्पष्ट कहा कि यह आतंकी हमला है. गैरकानूनी गतिविधिय रोकथाम कानून (UAPA) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. इस कानून के तहत किसी को छह माह बिना साक्ष्य के भी हिरासत में रखा जा सकता है.  एनआईए द्वारा केस हाथ में ले लेने से गुत्थी सुलझने की उम्मीद बढ़ गई है. वायुसेना, नेशनल बम डेटा सेंटर के साथ फोरेसिंक एक्सपर्ट की टीम ने भी मौके का मुआयना किया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस भी अपने स्तर पर हमले की जांच में जुटी हुई है.

Advertisement

शहर के सतवारी क्षेत्र में स्थित जम्मू हवाई अड्डा एक दोहरे उपयोग की सुविधा वाला एयरपोर्ट है जो भारतीय वायुसेना के नियंत्रण में है और इसका उपयोग यात्री उड़ानों को संचालित करने के लिए भी किया जाता है.

Advertisement

सूत्रों का कहना है कि विस्फोट भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) द्वारा संचालित दोहरे उपयोग वाले हवाई अड्डे के एक हिस्से में हुआ. इस हमले में ड्रोन अटैक का शक जताया जा रहा है. बम निरोधक दस्ते की एक टीम विस्फोट स्थल पर जांच में जुटी है. इसके अलावा NIA की टीम भी वहां पहुंची औऱ सभी जांच शुरू की.

Advertisement

वायुसेना की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि जम्मू वायु सेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार तड़के दो कम तीव्रता वाले विस्फोटों की सूचना मिली. एक धमाके में एक इमारत की छत ढह गई. दूसरा विस्फोट खुले क्षेत्र में हुआ है. किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ हैं. 

Advertisement

धमाके में किसी भी कर्मचारी को कोई चोट नहीं आई है या किसी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ है. जांच जारी है और विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है. 

वायुसेना इलाके को कार्डन कर छानबीन कर रही है. वही पुलिस के सूत्रों का कहना है कि अभी तक के जांच से पता चला है कि कोई बाहर से अंदर दाखिल नहीं हुआ है. पुलिस ने कहा कि मामले में वायुसेना की तरफ से अभी तक प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज नहीं कराई गई है.

जम्मू हवाईअड्डे के रनवे और वायु यातायात नियंत्रण भारतीय वायुसेना के नियंत्रण में हैं और इसका उपयोग यात्री उड़ानों को संचालित करने के लिए भी किया जाता है. विस्फोट भारतीय वायुसेना द्वारा संचालित दोहरे उपयोग वाले हवाई अड्डे के एक हिस्से में हुआ है.