जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद हुए पहले चुनाव के लिए मतों की गणना जारी है. पहले दौर की मतगणना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अवामी इतिहास पार्टी (एआईपी) के इंजीनियर राशिद से पीछे चल रहे हैं. उमर अब्दुल्ला बारामूला सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं पूर्व मुख्य मंत्री महबूबा मुफ्ती भी पीछे चल रही हैं.
जम्मू कश्मीर की बारामूला सीट पर अब्दुल राशिद शेख को दो लाख से अधिक वोटों के साथ बढ़त हासिल हुई है. इसके बाद उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "मुझे लगता है कि यह अपरिहार्य को स्वीकार करने का समय है. उत्तरी कश्मीर में जीत के लिए इंजीनियर राशिद को बधाई. मुझे नहीं लगता कि उनकी जीत से उन्हें जेल से जल्दी रिहाई मिलेगी और न ही उत्तरी कश्मीर के लोगों को वह प्रतिनिधित्व मिलेगा जिसका उन्हें अधिकार है, लेकिन मतदाताओं ने अपनी बात कह दी है और लोकतंत्र में यही सबसे ज़्यादा मायने रखता है."
महबूबा मुफ़्ती ने अपने एक्स-पोस्ट में लिखा, "लोगों के फ़ैसले का सम्मान करते हुए मैं अपने पीडीपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को तमाम मुश्किलों के बावजूद उनकी कड़ी मेहनत और समर्थन के लिए धन्यवाद देती हूं. मुझे वोट देने वाले लोगों के प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता. हारना-जीतना खेल का हिस्सा है और यह हमें हमारे रास्ते से नहीं हटा सकता."
बता दें, जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) की पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव हुए हैं. इस चुनाव में 35 साल के बाद जमकर मतदान देखने को मिला है. पहले राज्य में 6 लोकसभा सीटें थीं. लद्दाख के अलग होने के बाद अब जम्मू-कश्मीर में पांच लोकसभा सीटें बची हैं. बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग, जम्मू और उधमपुर.
2019 में जम्मू कश्मीर में लद्दाख भी शामिल था. यही कारण है कि जम्मू कश्मीर में पहले 6 लोकसभा की सीटें होती थी. 2019 में भाजपा ने तीन और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने तीन सीटों पर कब्जा जमाया था. भाजपा ने जम्मू, उधमपुर और लद्दाख सीट पर भगवा लहराया था. वहीं, कश्मीर घाटी की तीन सीटें- बारामुला, श्रीनगर, अनंतनाग पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव जीता था. कई एग्जिट पोल में इंडिया गठबंधन को 3 और एनडीए को 2 सीटों पर जीत का अनुमान लगाया गया है.
जम्मू-कश्मीर में 100 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है, जिनमें वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, दो पूर्व मुख्यमंत्री नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती हैं. कठुआ-उधमपुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार जितेंद्र सिंह हैं, जबकि उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती क्रमश: बारामूला और अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को कांग्रेस के चौधरी लाल सिंह, उमर अब्दुल्ला को पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) के सज्जाद गनी लोन और अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) के इंजीनियर राशिद से चुनौती मिल रही है, जबकि मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर महबूबा मुफ्ती को नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के मियां अल्ताफ अहमद से चुनौती मिल रही है.
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