जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों और आतंकवादियों द्वारा 26 साल पहले क्षतिग्रस्त किये गये अत्यंत प्राचीन एवं ऐतिहासिक शीतलनाथ मंदिर को आज पहली बार खोला गया. इसके बाद भगवान शिव का अभिषेक किया गया. केन्द्र शासित प्रदेश की दो दिन की यात्रा पर आए केंद्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने मंगलवार को इस 700 वर्ष से अधिक पुराने मंदिर के बारे में पूछताछ की और आग्रहपूर्वक 26 साल से बंद पड़े क्षतिग्रस्त मंदिर को खुलवाया. प्रशासन के द्वारा भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर की साफ-सफाई कराई गई और फिर पटेल ने यहां आकर भगवान के दर्शन किए और शिवलिंग का अभिषेक किया.
वर्ष 1995 में चरारे शरीफ की दरगाह में अग्निकांड के बाद कश्मीरी अलगाववादियों और आतंकवादियों ने कश्मीर घाटी के सैकड़ों मंदिरों पर हमले करके उन्हें तहस-नहस कर दिया था. इस दौरान कइयों को जला दिया था. शीतलनाथ मंदिर उन्हीं मंदिरों में से एक है. जम्मू-कश्मीर के हजारों वर्ष के इतिहास को चित्रित करने के उद्देश्य से कल्हण द्वारा 1148-49 में रचित राजतरंगिणी में शीतलनाथ मंदिर का उल्लेख किया गया है.